पटना: आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव अपने एक बयान के कारण बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं. गुरुवार को पटना स्थित कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने खुलासा किया कि कैसे उनके प्रयास से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह राज्यसभा के सांसद बने. इस दौरान लालू ने कहा कि उस वक्त वह रांची जेल में थे. लेकिन, इनके लिए उन्होंने सोनिया गांधी और अहमद पटेल से फोन पर बात की थी. जदयू के नेता लालू प्रसाद यादव के बयान का बचाव कर रहे हैं.
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"मुझे नहीं लगता है कि ऐसा उन्होंने किया होगा. जेल से कैसे कोई बात कर सकता है. लंबे समय तक जेल में रहे हैं और उनकी उम्र भी हो गई है. बड़ा ऑपरेशन भी हुआ है तो भूल भी जाते हैं."- अशोक चौधरी, भवन निर्माण मंत्री
राजद और कांग्रेस की पहले से नजदीकी रहीः मंत्री अशोक चौधरी के अलावा जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी लालू यादव के बयान का बचाव किया था. वहीं लालू प्रसाद यादव के सदाकत आश्रम में श्री कृष्ण सिंह की जयंती के मौके पर शामिल होने और नीतीश कुमार के नहीं जाने पर भी अशोक चौधरी ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की व्यस्तता होगी, मुझे नहीं पता है कि क्या कारण है. लेकिन राजद और कांग्रेस की पहले से ही नजदीकी रही है एक साथ चुनाव भी लड़े हैं, इसलिए इन सब का कोई मायने नहीं है.
क्या कहा लालू यादव ने?: गुरुवार को बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की 136वीं जयंती पर पटना के सदाकत आश्रम में मनायी जा रही थी. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि लालू यादव शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में अखिलेश सिंह की तारीफ करते हुए कहा था कि "जब मैं रांची जेल में था, तब यह किसी और को राज्यसभा भेजने के लिए मुझसे मदद मांगने आए थे लेकिन मैंने कहा कि आप ही बन जाओ. उसको बाद मैंने तुरंत सोनिया गांधी और अहमद पटेल से बात कर इनको राज्यसभा भिजवाया."
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