पटना: महज 72 घंटे के भीतर जेडीयू कोटे से शिक्षा मंत्री रहे मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है. राज्यपाल फागू चौहान ने मेवालाल चौधरी का इस्तीफा मंजूर कर लिया है. जिसके बाद खाली हुए मंत्रालय का प्रभार सीएम नीतीश ने अशोक चौधरी को प्रभार सौंपा है.
बता दें कि मेवालाल चौधरी ने 16 नवंबर को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. गुरुवार को ही कार्यभार भी ग्रहण किया लेकिन महज तीन घंटे के भीतर उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया था. मेवालाल चौधरी तारापुर सीट से निर्वाचित हुए हैं. डॉ. मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के बाद बिहार के भवन निर्माण और समाज कल्याण विभाग के मंत्री अशोक चौधरी को शिक्षा मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले अशोक चौधरी पूर्व में भी इस महत्वपूर्ण मंत्रालय की जिम्मेदारी अपने कंधो पर संभाल चुके हैं.
-
हमारे शिक्षा मंत्री ने तो इस्तीफ़ा दे दिया , शुचिता के उच्च मापदंड का पालन हमने किया लेकिन क्या अब @yadavtejashwi भी अनुसरण करेंगे ? इस्तीफ़ा देंगे ?? राबड़ी जी पे भी आरोप हैं , इस्तीफ़ा दे दे
— Dr Ajay Alok (@alok_ajay) November 19, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">हमारे शिक्षा मंत्री ने तो इस्तीफ़ा दे दिया , शुचिता के उच्च मापदंड का पालन हमने किया लेकिन क्या अब @yadavtejashwi भी अनुसरण करेंगे ? इस्तीफ़ा देंगे ?? राबड़ी जी पे भी आरोप हैं , इस्तीफ़ा दे दे
— Dr Ajay Alok (@alok_ajay) November 19, 2020हमारे शिक्षा मंत्री ने तो इस्तीफ़ा दे दिया , शुचिता के उच्च मापदंड का पालन हमने किया लेकिन क्या अब @yadavtejashwi भी अनुसरण करेंगे ? इस्तीफ़ा देंगे ?? राबड़ी जी पे भी आरोप हैं , इस्तीफ़ा दे दे
— Dr Ajay Alok (@alok_ajay) November 19, 2020
वहीं मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के बाद जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मेवालाल चौधरी ने नैतिकता के आधार इस्तीफा दिया है. वहीं राजद नेता तेजस्वी पर पलटवार करते पूछा कि आरोप तो राबड़ी देवी पर भी हैं. क्या तेजस्वी उनका इस्तीफा नैतिकता के आधार पर दिलवा रहे हैं.