पटना: बिहार विधान परिषद के चौथे दिन बीजेपी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगा और जमकर हंगामा किया. उसके बाद बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी, मंत्री लेसी सिंह और मंत्री शीला मंडल एनसीईआरटी का किताब लहराते नजर आए. इस दौरान उन्होंने कहा नीतीश कुमार का बचाव करते हुए कहा कि एनसीईआरटी बुक में सारी बातें लिखी गई है, अगर मुख्यमंत्री जी ने कुछ कह दिया तो उसमें गलत क्या है ?
'NCERT किताब से सेक्स एजुकेशन को हटा दे': इस दौरान मंत्री अशोक चौधरी ने भापजा पर जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा इस पर राजनीति करती है और लोगों को इतनी शर्म आ रही है तो भारत सरकार को एनसीईआरटी बुक में जो लिखा गया है उसे हटा देना चाहिए. क्यों 12वीं के बच्चों को किताबों में ये सब पढ़ाया जा रहा है ? कहा कि मुख्यमंत्री ने तो अपने बयान को लेकर माफी भी मांग ली है बावजूद भाजपा नेता सदन में हंगामा कर रहे हैं.
अशोक चौधरी पत्रकारों को देने लगे किताब की कॉपी: मंत्री अशोक चौधरी के साथ मंत्री लेसी सिंह और मंत्री शीला मंडल पत्रकारों को एनसीईआरटी की जेरॉक्स कॉपी थमाने लगे. अशोक चौधरी ने किताब का पेज नंबर बताते हुए कहा कि इंग्लिश में 60 और हिंदी में 64 में सपष्ट रूप से नीतीश कुमार ने जो बात कही है वो लिखा हुआ है, उन्होंने बस ये बताने कि कोशिश की है कि प्रदेश में प्रजन्न दर कैसे कम हुआ है.
आरक्षण का विरोध कर रही बीजेपी: अशोक चौधरी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने एक मिसाल कायम की है. उन्होंने जाति गणना करवाया, आर्थिक सर्वेक्षण सदन के पटल पर रखा और अब बिहार में आरक्षण की सीमा बढ़नी है. इस पर सदन में चर्चा होना है, तो निश्चित तौर पर भाजपा के लोग किसी न किसी बहाने से सदन में हंगामा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग नहीं चाहते हैं कि पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित, महादलित को न्याय मिले.
"भाजपा के लोग शुरू से जानबूझ कर हंगामा कर रहे हैं. और जिस बात को लेकर माननीय नेता को घेरने का काम कर रहे हैं उन सब बातों का जिक्र एनसीईआरटी के 12वीं के किताबों में सपष्ट रूप से किया गया है. इसकी कॉपी हम आपको दे देते हैं. पेज नंबर भी बता देते हैं. नीतीश जी ने तो प्रदेश में कैसे प्रजन्न दर कम हुआ है उसकी चर्चा करते हुए कुछ बोल भी गए तो इसमें क्या गलत है ?" - अशोक चौधरी, मंत्री, बिहार सरकार