पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन को आकार देने की कोशिश में जुटे हैं. नीतीश कुमार की मुलाकात देश के कई बड़े नेताओं से हो चुकी है. शरद पवार, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव, नवीन पटनायक समेत वाम दलों के नेताओं से नीतीश कुमार मिल चुके हैं. नीतीश कुमार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से दो बार मुलाकात कर चुके हैं. बदली राजनीतिक परिस्थितियों में अरविंद केजरीवाल भी नीतीश कुमार की राह पर चल पड़े हैं.
नीतीश की राह पर अरविंद केजरीवाल: अरविंद केजरीवाल ने भी विपक्ष को एकजुट करने का बीड़ा उठाया है. अलग ही बहाना अरविंद केजरीवाल के पास अलग है. केंद्र सरकार द्वारा जारी अध्यादेश के खिलाफ वह विपक्ष को अपने साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं. नीतीश कुमार के बाद अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि देश भ्रमण पर निकलने जा रहे हैं. अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि आज से देश भर में निकल रहा हूं. दिल्ली के लोगों के हक के लिए. SC ने बरसों बाद आदेश पारित करके दिल्ली के लोगों के साथ न्याय किया, उन्हें उनके हक दिये है. लेकिन केंद्र ने अध्यादेश के जरिए हक छीन लिए.
नीतीश को केजरीवाल देंगे चुनौती?: कांग्रेस पार्टी को अगर छोड़ दें तो अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी आप लगातार मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है. आप पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी मिल चुका है. अध्यादेश के बहाने अरविंद केजरीवाल ड्राइविंग सीट पर आने की कोशिश में हैं. अरविंद केजरीवाल पहले भी कह चुके हैं कि बीजेपी को अगर कोई चुनौती दे सकता है तो वह हमारी पार्टी है. वहीं अरविंद केजरीवाल से नीतीश को चुनौती मिलेगी या नहीं इसपर बिहार की राजनीति का पारा चढ़ा हुआ है.
"नीतीश कुमार और अरविंद केजरीवाल में प्रतिस्पर्धा है लेकिन यह लोग कामयाब होने वाले नहीं हैं. ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल बंद हो चुका है. इसलिए केजरीवाल बेचैनी में हैं. हालांकि उन्हें कुछ हासिल होने वाला नहीं है."- विनोद शर्मा,भाजपा प्रवक्ता
"हमारा लक्ष्य एक है. अरविंद केजरीवाल और नीतीश कुमार एक ही मकसद को लेकर आगे बढ़ना चाह रहे हैं. नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नहीं बनना है, वह पहले ही कह चुके हैं. इसलिए टकराव जैसी कोई स्थिति नहीं है."- नीरज कुमार, जदयू प्रवक्ता और पूर्व मंत्री
"हम सबका लक्ष्य एक ही है. अगर 2 आदमी मिलकर एक ही दिशा में आगे बढ़ते हैं तो कोई बुराई नहीं है. अच्छे नतीजे सामने आएंगे."- सरबजीत,राजद नेता और कृषि मंत्री
"नीतीश कुमार जिस एजेंडे को लेकर चल रहे थे, उसी एजेंडे के साथ केजरीवाल भी आगे बढ़ चले हैं. अरविंद केजरीवाल कई बार कह चुके हैं कि कांग्रेस को छोड़कर अगर भाजपा को कोई चुनौती दे सकता है तो वह हम हैं. केजरीवाल ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी हासिल कर लिया है. अगर वह अपने मिशन में कामयाब हो जाते हैं तो वैसे स्थिति में भविष्य में केजरीवाल का दावा मजबूत हो सकता है और नीतीश कुमार के लिए राजनीतिक राहें चुनौतीपूर्ण हो जाएंगी."- डॉ संजय कुमार, राजनीतिक विश्लेषक
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