पटना: बिहार में काफी समय से लंबित सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है. शिक्षा विभाग ने 13 विश्वविद्यालयों में सहायक अध्यापकों की भर्ती का प्रस्ताव राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग भेजा है. राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग बहुत जल्द नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी कर सकता है. माना जा रहा है कि चुनाव की घोषणा से पहले 4638 सहायक प्राध्यापकों की बहाली का विज्ञापन जारी हो जाएगा.
2005 में राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग को किया गया था भंग
बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के चेयरमैन डॉ. राजवर्धन आजाद के मुताबिक शिक्षा विभाग की ओर से सहायक प्राध्यापक के 4638 पदों पर बहाली की अनुशंसा प्राप्त हुई है. गणित, रसायन, भौतिकी, हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत समेत 52 विषयों में कुल 4638 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति होनी है. बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग पिछले साल ही अस्तित्व में आया है. 2005 में ही बिहार सरकार ने बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग को भंग कर दिया था, जिसके बाद बिहार लोक सेवा आयोग सहायक प्रोफेसर की बहाली कर रहा था. बहाली प्रक्रिया में देरी को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे. इधर बड़ी संख्या में विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर के पद खाली पड़े हैं. शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही थी.
बिहार में 4638 सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति का रास्ता साफ, जल्द होगी बहाली
बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले 4638 सहायक प्राध्यापकों की बहाली का विज्ञापन जारी किया जाएगा. यह जानकारी राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के चेयरमैन ने दी है.
पटना: बिहार में काफी समय से लंबित सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है. शिक्षा विभाग ने 13 विश्वविद्यालयों में सहायक अध्यापकों की भर्ती का प्रस्ताव राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग भेजा है. राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग बहुत जल्द नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी कर सकता है. माना जा रहा है कि चुनाव की घोषणा से पहले 4638 सहायक प्राध्यापकों की बहाली का विज्ञापन जारी हो जाएगा.
2005 में राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग को किया गया था भंग
बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के चेयरमैन डॉ. राजवर्धन आजाद के मुताबिक शिक्षा विभाग की ओर से सहायक प्राध्यापक के 4638 पदों पर बहाली की अनुशंसा प्राप्त हुई है. गणित, रसायन, भौतिकी, हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत समेत 52 विषयों में कुल 4638 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति होनी है. बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग पिछले साल ही अस्तित्व में आया है. 2005 में ही बिहार सरकार ने बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग को भंग कर दिया था, जिसके बाद बिहार लोक सेवा आयोग सहायक प्रोफेसर की बहाली कर रहा था. बहाली प्रक्रिया में देरी को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे. इधर बड़ी संख्या में विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर के पद खाली पड़े हैं. शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही थी.