ETV Bharat / state

पटना विश्वविद्यालय में 226 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का अनुमोदन स्वीकृत

पटना विश्वविद्यालय ने शिक्षकों की कमी (Shortage Of Teachers In Patna University) को पूरा करने के लिए अतिथि शिक्षकों को भर्ती करने का निर्णय किया है. दरअसल, नए सत्र से चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम प्रोग्राम चलाने के लिए शिक्षकों की भारी कमी है. पढ़ें पूरी खबर...

पटना विश्वविद्यालय में 235 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति
पटना विश्वविद्यालय में 235 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति
author img

By

Published : Jun 25, 2022, 8:33 PM IST

Updated : Jun 26, 2022, 8:40 AM IST

पटना: पटना विश्वविद्यालय के सीनेट की विशेष बैठक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश कुमार चौधरी (VC Girish Kumar Choudhary) के नेतृत्व में संपन्न हुई. इस बैठक में विभिन्न विषयों के चयन समिति की अनुशंसा के आलोक में अतिथि शिक्षकों के नियुक्ति का अनुमोदन (Appointment Of Guest Teacher In Patna University) किया गया. कुल 13 विषयों में 143 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होनी है. इन सभी चयनित शिक्षकों का विषय वार लिस्ट पटना विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर देखा जा सकता है.

यह भी पढ़ें: पटना विवि ने यूनिवर्सिटी की 1953.6 स्क्वायर फीट जमीन पटना मेट्रो को देने की दी स्वीकृति

83 पुराने अतिथि शिक्षकों का नवीकरण: सभी चयनित अतिथि शिक्षकों को 1 जुलाई 2022 को अपना योगदान देने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही 83 पुराने अतिथि शिक्षकों का भी नवीकरण किया गया है. विश्वविद्यालय के कुलपति ने निर्देशित किया है कि सभी 226 अतिथि शिक्षक 1 जुलाई 2022 को अपना योगदान विश्वविद्यालय में दे दें और किसी कारणवश यदि वह योगदान 1 जुलाई तक नहीं देते हैं तो हर हाल में उन्हें 15 जुलाई 2022 तक अपना योगदान करना होगा. अन्यथा 15 जुलाई के बाद किसी भी हालत में वह योगदान नहीं दे पाएंगे, क्योंकि यदि किसी विषय में सीट खाली रह गया तो वेटिंग लिस्ट के उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी जाएगी.

रिटायरमेंट के कारण विवि में शिक्षकों की कमी: शिक्षा विभाग और इंग्लिश का सेलेक्शन समिति 29 जुलाई और 30 जुलाई तय किया गया है. पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश चौधरी ने सीनेट के सभी सदस्यों को बताया कि स्नातक और स्नातकोत्तर में अब चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम प्रोग्राम चलाने के लिए शिक्षकों की संख्या पूरी होनी चाहिए. शिक्षकों के लगातार सेवानिवृत्त होते रहने की वजह से विश्वविद्यालय में शिक्षकों की संख्या बहुत कम हो गई थी और इस कमी को अब दूर करने के लिए विश्वविद्यालय ने सत्र शुरू होने से पहले सभी विषयों जहां शिक्षकों की कमी थी, वहां अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई है, ताकि छात्रों की पढ़ाई नए सत्र में सुचारू रूप से चले.

विश्वविद्यालय की तरफ से जारी किए गए प्रेस वार्ता में यह भी जानकारी दी गई है कि बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (Bihar State University Service Commission) से भी 22 शिक्षकों के नाम की अनुशंसा पटना विश्वविद्यालय को मिल चुका है. इस विद्यालय प्रबंधन ने यह उम्मीद व्यक्त की है कि 1 जुलाई से शुरू होने वाले सत्र में छात्रों को शिक्षकों की कमी महसूस नहीं होगी.

यह भी पढ़ें: पटना विवि में अब विदेशी छात्र भी करा सकते हैं एडमिशन, नामांकन की प्रक्रिया को सरल बनाने में जुटा प्रबंधन

पटना: पटना विश्वविद्यालय के सीनेट की विशेष बैठक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश कुमार चौधरी (VC Girish Kumar Choudhary) के नेतृत्व में संपन्न हुई. इस बैठक में विभिन्न विषयों के चयन समिति की अनुशंसा के आलोक में अतिथि शिक्षकों के नियुक्ति का अनुमोदन (Appointment Of Guest Teacher In Patna University) किया गया. कुल 13 विषयों में 143 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होनी है. इन सभी चयनित शिक्षकों का विषय वार लिस्ट पटना विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर देखा जा सकता है.

यह भी पढ़ें: पटना विवि ने यूनिवर्सिटी की 1953.6 स्क्वायर फीट जमीन पटना मेट्रो को देने की दी स्वीकृति

83 पुराने अतिथि शिक्षकों का नवीकरण: सभी चयनित अतिथि शिक्षकों को 1 जुलाई 2022 को अपना योगदान देने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही 83 पुराने अतिथि शिक्षकों का भी नवीकरण किया गया है. विश्वविद्यालय के कुलपति ने निर्देशित किया है कि सभी 226 अतिथि शिक्षक 1 जुलाई 2022 को अपना योगदान विश्वविद्यालय में दे दें और किसी कारणवश यदि वह योगदान 1 जुलाई तक नहीं देते हैं तो हर हाल में उन्हें 15 जुलाई 2022 तक अपना योगदान करना होगा. अन्यथा 15 जुलाई के बाद किसी भी हालत में वह योगदान नहीं दे पाएंगे, क्योंकि यदि किसी विषय में सीट खाली रह गया तो वेटिंग लिस्ट के उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी जाएगी.

रिटायरमेंट के कारण विवि में शिक्षकों की कमी: शिक्षा विभाग और इंग्लिश का सेलेक्शन समिति 29 जुलाई और 30 जुलाई तय किया गया है. पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश चौधरी ने सीनेट के सभी सदस्यों को बताया कि स्नातक और स्नातकोत्तर में अब चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम प्रोग्राम चलाने के लिए शिक्षकों की संख्या पूरी होनी चाहिए. शिक्षकों के लगातार सेवानिवृत्त होते रहने की वजह से विश्वविद्यालय में शिक्षकों की संख्या बहुत कम हो गई थी और इस कमी को अब दूर करने के लिए विश्वविद्यालय ने सत्र शुरू होने से पहले सभी विषयों जहां शिक्षकों की कमी थी, वहां अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई है, ताकि छात्रों की पढ़ाई नए सत्र में सुचारू रूप से चले.

विश्वविद्यालय की तरफ से जारी किए गए प्रेस वार्ता में यह भी जानकारी दी गई है कि बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (Bihar State University Service Commission) से भी 22 शिक्षकों के नाम की अनुशंसा पटना विश्वविद्यालय को मिल चुका है. इस विद्यालय प्रबंधन ने यह उम्मीद व्यक्त की है कि 1 जुलाई से शुरू होने वाले सत्र में छात्रों को शिक्षकों की कमी महसूस नहीं होगी.

यह भी पढ़ें: पटना विवि में अब विदेशी छात्र भी करा सकते हैं एडमिशन, नामांकन की प्रक्रिया को सरल बनाने में जुटा प्रबंधन

Last Updated : Jun 26, 2022, 8:40 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.