पटना: बिहार के पटना में आज (रविवार) को क्रांतिकारी किसान यूनियन के तरफ से (State level farmers conference organized in Patna) राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया. क्रांतिकारी किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दर्शन पाल ने कहा कि 20 मार्च को दिल्ली घेरने के लिए बिहार के किसानों से आह्वान किया गया है.
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सैकड़ों किसानों ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया: राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन में सैकड़ों किसानों ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया. बिहार में यूनियन विस्तार और राज्य में किसान आंदोलन की मजबूती के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. यूनियन के साथ बिहार के किसानों की गोलबंद करते हुए देशव्यापी किसानों के मुद्दों के साथ राज्य के किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए संघर्ष तेज करने की रणनीति बनाई गई.
आंदोलन में एकजुटता से जुटने का आह्वान : क्रांतिकारी किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दर्शन पाल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि किसान सम्मेलन के माध्यम से राज्य के किसानों को देश में चल रहे आंदोलन में एकजुटता से जुटने का आह्वान किया गया. मोदी सरकार ने देश के किसानों के साथ विश्वासघात किया है. अगर सरकार किसानों की मांग नहीं मानती है तो देश का किसान एकजुट संघर्ष करेगी.
राष्ट्रीय मांगों पर संघर्ष तेज करेगा: उन्होंने कहा कि 20 मार्च को आयोजित होने वाली किसान महापंचायत के जरिए देश का किसान एमएसपी की कानूनी गारंटी, संपूर्ण कर्जा माफी, किसान पेंशन, किसान बीमा, बिजली संशोधन विधेयक की वापसी, केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्र टैनी की बर्खास्तगी आदि राष्ट्रीय मांगों पर संघर्ष तेज करेगा.
"20 मार्च को दिल्ली घेरने के लिए बिहार के किसानों से आह्वान किया गया है. किसान महापंचायत के जरिए देश का किसान एमएसपी की कानूनी गारंटी, संपूर्ण कर्जा माफी, किसान पेंशन, किसान बीमा, बिजली संशोधन विधेयक की वापसी, केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्र टैनी की बर्खास्तगी आदि राष्ट्रीय मांगों पर संघर्ष तेज करेगा." - डॉ दर्शन पाल, अध्यक्ष, क्रांतिकारी किसान यूनियन
पटना में फिर होगा आंदोलन: उन्होंने कहा कि बिहार में मंडियों की बहाली, उत्तर बिहार में बाढ़, सूखा, किसानों को खेती के लिए मुफ्त बिजली जैसी तमाम मांगों को उठाया जाएगा. बिहार में किसानों के साथ खेतीहर मजदूरों की आजीविका बढ़ रहे खतरे और समस्याओं पर संघर्ष तेज किया जाएगा. बिहार के किसानों के मुद्दे को लेकर के राजधानी पटना में मई महीने में एक बार आंदोलन किया जाएगा.