पटनाः बिहार विधानसभा में कृषि विभाग की तरफ से आज कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने वर्ष 2020-21 का बजट पेश किया. प्रेम कुमार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार इसके लिए कृतसंकल्प है और लक्ष्य को हर हाल में हासिल किया जाएगा. वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नेस रकार के दावों के उलट कई सवाल खड़े किए.
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने बजट पेश करते हुए कृषि कर्मण पुरस्कार की चर्चा की. उन्होंने बताया कि बिहार को प्राप्त 4 करोड़ की राशि से पटना में किसानों के ठहरने के लिए गेस्ट हाउस का निर्माण कराया जाएगा. पटना आने वाले किसान को ठहरने और खाने की व्यवस्था की जायेगी. टाल क्षेत्रों के कृषि संबंधी समस्याओं के समाधान किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि टाल क्षेत्र को दलहनी बीज उत्पादन के हब के रुप में विकसित किया जाएगा.
राज्य में बनेगी बीज उत्पादन पॉलिसी
फल सब्जियों के सुरक्षित भंडारण हेतु गांव में सोलर चेंबर यानी मिनी कोल्ड स्टोरेज के स्थापना के लिए 50 प्रतिशत का अनुदान दिया जाएगा. बिहार के कृषि उत्पादों को देश से बाहर निर्यात हेतु आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक्सपोर्ट हाउस की स्थापना की जाएगी. प्रेम कुमार ने कहा कि फल और सब्जियों के बेहतर मार्केटिंग हेतु फिट के तर्ज पर फेडरेशन बनाए जाने की योजना है. राज्य को बीज उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जाएगा. इसके लिए शीघ्र ही राज्य में बीज उत्पादन पॉलिसी बनाई जाएगी. वहीं, किसानों तक बीज होम डिलीवरी की जाएगी.
एक करोड़ 24 लाख किसान है पंजीकृत
दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है. लाखों हेक्टेयर भूमि सिंचाई के अभाव में असिंचित रह जाती है. किसानों को मुआवजे की राशि नहीं मिलती है सरकार सिर्फ दावे करती है लेकिन हकीकत कुछ और होता है, किसानों की आय को दुगनी करने का दावा भी खोखला साबित होगा.