पटना: बिहार बोर्ड ने इंटर के परिणाम प्रकाशित कर दिए हैं. इस बार लड़कियों ने बाजी मारी है. इसपर बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर का कहना है कि बेटियों की शिक्षा को लेकर सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का प्रतिफल इंटरमीडिएट परिणाम में दिख रहा है. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि बालिका शिक्षा को लेकर सरकार की योजनाओं का असर प्रत्यक्ष रूप से इस बार के रिजल्ट में देखने को मिल रहा है और तीनों संकाय में बेटियां टॉप की हैं. साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स, तीनों संकाय में सफलता प्रतिशत बेटों की तुलना में बेटियों का अधिक रहा है.
छात्राओं ने मारी बाजी: बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि इस बार इंटरमीडिएट परीक्षा में कुल पासिंग प्रतिशत 83.70% रहा है जिसमें छात्राओं का पासिंग प्रतिशत 85.50% है. वहीं छात्रों का पासिंग प्रतिशत 82.01% है. साइंस में कुल सफलता प्रतिशत 82.74% है जिसमें छात्राओं का सफलता प्रतिशत 84.33% और छात्रों का पासिंग प्रतिशत 80.16% है. कॉमर्स में कुल पासिंग प्रतिशत 93.95% है जिसमें छात्राओं का 96.39% और छात्रों का 92.65% है. इसी प्रकार साइंस में कुल पासिंग प्रतिशत 83.93% है जिसमें छात्राओं का पासिंग प्रतिशत 86.98% और छात्रों का 82.35% है.
"बालिका शिक्षा को लेकर सरकार की गंभीरता और विभिन्न योजनाओं के सफल क्रियान्वयन का नतीजा है कि तीनों संकाय में जो टॉपर्स हैं वह छात्राएं हैं. वाणिज्य संकाय में छात्रा सौम्या शर्मा और छात्र रजनीश कुमार पाठक ने संयुक्त रूप से 95% मार्क्स के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया है. कला संकाय में छात्रा मोहद्देसा ने 95% अंक के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया है और विज्ञान संकाय में छात्रा आयुषी नंदन ने 94.80% अंक लाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया है. राज्य सरकार द्वारा बालिका शिक्षा और महिला शिक्षा को लेकर जो कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं उसका सीधा प्रभाव इस परीक्षा फल पर दिख रहा है."-आनंद किशोर, अध्यक्ष,बिहार बोर्ड
'विशेष स्कॉलरशिप प्रदान किया जाएगा': उन्होंने कहा कि तीनों संकाय के टॉप सिक्स छात्र-छात्राओं में छात्राओं की संख्या अधिक है. तीनों संकाय में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को एक लैपटॉप एक किंडल ईबुक रीडर और ₹100000 नगद की पुरस्कार राशि दी जाएगी. द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले को ₹7500 नगद एक किंडल ईबुक रीडर और एक लैपटॉप दिया जाएगा. तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को ₹50000 नगद एक किंडल इबुक रीडर एक लैपटॉप दिया जाएगा. इसके साथ ही चौथा, पांचवा और छठा स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को ₹15000 के साथ एक लैपटॉप दिया जाएगा. इससे आगे पढ़ने के लिए उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा. इसके साथ ही इन सभी छात्र छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए बिहार बोर्ड की तरफ से विशेष स्कॉलरशिप प्रदान किया जाएगा.
'5 वर्षों से मार्च महीने में ही इंटरमीडिएट का परिणाम जारी': आनंद किशोर ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा विगत कुछ वर्षों में उच्च तकनीक और उच्च गुणवत्ता के कंप्यूटरकृत प्रयोगों के साथ ऐसे कई सॉफ्टवेयर विकसित किए गए हैं, जिनका उपयोग करते हुए पूरी परीक्षा प्रणाली को कंप्यूटरकृत किया गया है. इसके साथ ही एग्जामिनेशन के साथ-साथ पोस्ट एग्जामिनेशन प्रोसेस को भी पूरी तरह कंप्यूटराइज किया गया है. बिहार बोर्ड द्वारा कई सारे कंप्यूटराइज स्कैन फॉर्मेट तैयार किए गए हैं जो पूरे देश में पहली बार किए गए हैं.
'सबसे पहले रिजल्ट आना तकनीकी बदलाव का नतीजा' : इन सभी फॉर्मेट को डिजाइन करने का उद्देश्य यह रहा है कि सारे डेटा को डिजिटल रूप में कैप्चर करते हुए सभी व्यवस्था को इस प्रकार कंप्यूटराइज किया जाए कि त्रुटि रहित उच्च गुणवत्ता के साथ और तीव्र गति से पूरे परीक्षा फल को प्रोसेसिंग किया जा सके. इसके साथ ही सभी परीक्षाओं का आयोजन कंप्यूटराइज प्रणाली के तहत किया गया जिसका लाभ राज्य के लाखों विद्यार्थियों को प्राप्त हो रहा है. तकनीकी बदलाव का ही नतीजा है कि देशभर में सबसे पहले इंटरमीडिएट परीक्षा का आयोजन कराने से लेकर परीक्षा फल भी जारी करने का काम बिहार बोर्ड ने किया है. विगत 5 वर्षों से मार्च महीने में ही इंटरमीडिएट का परिणाम जारी किया जा रहा है.