पटना: जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के बाद रविवार को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई घटना की पूरे देश में घोर निंदा हो रही है. छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमले को लेकर सरकार की चुप्पी को एएन सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान के पूर्व निदेशक ने चिंताजनक बताया.
लड़कियों और अन्य लोगों के साथ मारपीट चिंताजनक
एएन सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान के पूर्व निदेशक डीएम दिवाकर ने कहा कि आज तक जेएनयू परिसर में इस तरह की घटना नहीं हुई थी. उन्होंने कहा कि जिस तरह से यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर घुसकर लड़कियों और अन्य लोगों के साथ मारपीट की गई, वो चिंताजनक है.
आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होना खतरनाक
डीएम दिवाकर ने कहा कि अभी तक घटना में शामिल एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होना खतरनाक है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी ने जियो यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया है. उसके बाद पुराने लाभकारी संस्थानों पर खतरा ज्यादा हो गया है.
क्या है मामला
गौरतलब है कि रविवार को पूर्व चयनित छात्र संघ साबरमती हॉस्टल तक मार्च निकालाने वाले थे, इसका ऐलान भी पहले ही कर दिया गया था. मार्च निकाले जाने के दौरान विवाद के चलते हिंसा हुई. लेकिन, बाद में मुंह पर कपड़ा बांधे कई लोगों ने जेएनयू कैंपस में घुसकर छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया.