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पटना: डॉक्टरों की मृत्यु पर सरकार से नहीं मिला मुआवजा, चंदा जुटा रहा हैं आईएमए

कोरोना संक्रमण में इलाज करने के दौरान कई डॉक्टरों की जान चली गई लेकिन उनके परिजनों को मुआवजा नहीं मिल रहा. जबकि केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने कोरोना के इलाज के दौरान डॉक्टरों की मौत पर मुआवजा देने की घोषणा की थी.

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Published : May 22, 2021, 7:47 AM IST

पटना: कोरोना संक्रमण के दौरान डॉक्टरों की भुमिका को सभी सराहा है. संक्रमण के पहले वेव के दौरान डॉक्टरों की हौसला अफजाई के लिए सरकार ने हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए थे. केंद्र सरकार ने घोषणा भी की थी कि ड्यूटी के दौरान कोरोना से जिन चिकित्सकों की मौत होंगी, उनके परिजनों को 50 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी. वहीं, राज्य सरकार ने भी चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की थी.

अब लगता है कि यह सिर्फ घोषणा ही है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण से अब तक 130 से अधिक चिकित्सकों ने दम तोड़ा है. मगर केंद्र सरकार से मिलने वाली 50 लाख रुपए की सहायता राशि सिर्फ 4 चिकित्सकों के परिजनों को ही उपलब्ध हो पाई है. इनमें डॉ. उमेश कुमार सिंह, डॉक्टर रती रमन झा, डॉक्टर नरेंद्र कुमार सिंह और डॉक्टर उमेश्वर प्रसाद वर्मा के परिजन शामिल हैं. ऐसे में अधिकांश डॉक्टरों के परिजनों के सामने परिवार और बच्चों की देखभाल और नियमित आजीविका को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं.

ये भी पढ़ें- बांका के लाल आईपीएस सीमांत सिंह ने जिले कोरोना मरीजों के लिए भेजें पांच ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर और 30 ऑक्सीमेटर

42 डॉक्टरों की गई थी जान
कोरोना संक्रमण के पहले वेब में जहां 42 चिकित्सकों की जान गई थी, वहीं दूसरी लहर में वैक्सीन का दोनों डोज लेने के बावजूद 90 से अधिक चिकित्सकों की अब तक जान जा चुकी है. चिकित्सक ड्यूटी के दौरान लगातार संक्रमित हो रहे हैं और कईयों की मौतें भी हो रही हैं मगर सरकार की तरफ से उनके परिजनों को कोई सहायता राशि नहीं उपलब्ध कराई जा रही.

सरकार की इस उपेक्षा को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, बिहार के सदस्य मृत चिकित्सकों के परिजनों की मदद के लिए चंदा जुटा रहे हैं. बीते दिनों आइएमए बिहार की तरफ से एक बैंक अकाउंट नंबर जारी किया गया और लोगों से कोरोना से जान गंवाने वाले डॉक्टरों के परिवार की आर्थिक सहायता के लिए उदारता पूर्वक दान देने की अपील की गई.

बैंक अकाउंट केनरा बैंक का है जिसका अकाउंट नंबर 90672010079247 और IFSC कोड CNRB0019067 है. आईएमए की तरफ से अपील की गई है कि इस अकाउंट में RTGS और NEFT के माध्यम से भी आईएमए शहीद फंड में सीधे दान किया जा सकता है.

ये भी पढ़ें- मोतिहारी DM ने की बैठक, कहा- 15वें वित्त आयोग की राशि कोरोना के खिलाफ जंग में आयेगी काम

मुआवजा नहीं मिलने से नाराजगी
'कोरोना वॉरियर्स शहीद चिकित्सकों के परिजनों को बीमा की राशि और नौकरी देने में देरी होने से डॉक्टरों में असंतोष बढ़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मृत चिकित्सकों के जरूरी कागजात समय पर केंद्र को नहीं भेजे जा रहे हैं, जिस वजह से परिजनों को समय पर मुआवजा नहीं मिल पा रहा है.' : अजय कुमार, वाइस प्रेसिडेंट, बिहार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन

उन्होंने कहा कि वे राज्य सरकार से कोरोना से शहीद हुए चिकित्सकों के परिजनों को मुआवजे का भुगतान अविलंब करने का अनुरोध करेंगे अन्यथा संक्रमण की लहर थमते ही डॉक्टर आंदोलन का रुख अख्तियार कर लेंगे.

पटना: कोरोना संक्रमण के दौरान डॉक्टरों की भुमिका को सभी सराहा है. संक्रमण के पहले वेव के दौरान डॉक्टरों की हौसला अफजाई के लिए सरकार ने हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए थे. केंद्र सरकार ने घोषणा भी की थी कि ड्यूटी के दौरान कोरोना से जिन चिकित्सकों की मौत होंगी, उनके परिजनों को 50 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी. वहीं, राज्य सरकार ने भी चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की थी.

अब लगता है कि यह सिर्फ घोषणा ही है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण से अब तक 130 से अधिक चिकित्सकों ने दम तोड़ा है. मगर केंद्र सरकार से मिलने वाली 50 लाख रुपए की सहायता राशि सिर्फ 4 चिकित्सकों के परिजनों को ही उपलब्ध हो पाई है. इनमें डॉ. उमेश कुमार सिंह, डॉक्टर रती रमन झा, डॉक्टर नरेंद्र कुमार सिंह और डॉक्टर उमेश्वर प्रसाद वर्मा के परिजन शामिल हैं. ऐसे में अधिकांश डॉक्टरों के परिजनों के सामने परिवार और बच्चों की देखभाल और नियमित आजीविका को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं.

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42 डॉक्टरों की गई थी जान
कोरोना संक्रमण के पहले वेब में जहां 42 चिकित्सकों की जान गई थी, वहीं दूसरी लहर में वैक्सीन का दोनों डोज लेने के बावजूद 90 से अधिक चिकित्सकों की अब तक जान जा चुकी है. चिकित्सक ड्यूटी के दौरान लगातार संक्रमित हो रहे हैं और कईयों की मौतें भी हो रही हैं मगर सरकार की तरफ से उनके परिजनों को कोई सहायता राशि नहीं उपलब्ध कराई जा रही.

सरकार की इस उपेक्षा को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, बिहार के सदस्य मृत चिकित्सकों के परिजनों की मदद के लिए चंदा जुटा रहे हैं. बीते दिनों आइएमए बिहार की तरफ से एक बैंक अकाउंट नंबर जारी किया गया और लोगों से कोरोना से जान गंवाने वाले डॉक्टरों के परिवार की आर्थिक सहायता के लिए उदारता पूर्वक दान देने की अपील की गई.

बैंक अकाउंट केनरा बैंक का है जिसका अकाउंट नंबर 90672010079247 और IFSC कोड CNRB0019067 है. आईएमए की तरफ से अपील की गई है कि इस अकाउंट में RTGS और NEFT के माध्यम से भी आईएमए शहीद फंड में सीधे दान किया जा सकता है.

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मुआवजा नहीं मिलने से नाराजगी
'कोरोना वॉरियर्स शहीद चिकित्सकों के परिजनों को बीमा की राशि और नौकरी देने में देरी होने से डॉक्टरों में असंतोष बढ़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मृत चिकित्सकों के जरूरी कागजात समय पर केंद्र को नहीं भेजे जा रहे हैं, जिस वजह से परिजनों को समय पर मुआवजा नहीं मिल पा रहा है.' : अजय कुमार, वाइस प्रेसिडेंट, बिहार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन

उन्होंने कहा कि वे राज्य सरकार से कोरोना से शहीद हुए चिकित्सकों के परिजनों को मुआवजे का भुगतान अविलंब करने का अनुरोध करेंगे अन्यथा संक्रमण की लहर थमते ही डॉक्टर आंदोलन का रुख अख्तियार कर लेंगे.

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