पटना: बिहार सरकार के कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह (Amarendra Pratap Singh) का दावा है कि धान की फसलों में लगने वाले रोगों (Diseases in Paddy Crops) को लेकर विभाग पूरी तरह से गंभीर है. उन्होंने कहा कि किसानों को भी फौरन विभागीय अधिकारियों को इस बारे में सूचना देनी होगी.
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दरअसल, राज्य के कुछ जिलों भागलपुर, नालंदा, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद और बेगूसराय में धान की फसल में शीथब्लाईट और पत्र अंगमारी रोग के मामले सामने आ रहे हैं. इन रोगों के कारण फसल को काफी नुकसान पहुंच सकता है. इसको लेकर किसान काफी चिंतित हैं, वहीं कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि हमारी इस पर नजर है.
कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि विभाग इसको लेकर पूरी तरह से सतर्क हो गया है. इस बार जो धान की फसल में बीमारियां हो रही हैं, उसका कारण यूरिया है. उन्होंने कहा कि जहां किसानों ने ज्यादा मात्रा में धान की फसल में यूरिया का इस्तेमाल किया है, वहां इस तरह की बीमारी अधिक देखने को मिल रही है.
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कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को लगातार कृषि पदाधिकारी के द्वारा सलाह दी जा रही है, ताकि किसी भी तरह से धान की फसल बर्बाद न हो. उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसल में किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण दिखते हों, उन्हें फौरन पंचायत में किसान सलाहकार हो या प्रखंड कृषि पदाधिकारी हो या कृषि समन्वयक हो, उनसे मुलाकात कर अपनी फसल को दिखवाना चाहिए. इसके साथ ही कीटनाशक का प्रयोग जरूर करें.
अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि ऐसे जिला जिसमें धान की फसल में कोई बीमारी हुई है, वहां किसानों के बीच कीटनाशक देने का भी काम विभाग कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि किसानों की फसल सुरक्षित रहे.