पटनाः बिहार के पटना में बड़े लोगों द्वारा दूर दराज गांव से भोली-भाली बच्ची को शहर में लाकर उसके साथ गलत व्यवहार और उत्पीड़न करने का मामले आम हो गया है. दानापुर के खगौल रोड स्थित एक फ्लैट के निवासी पर एक नाबालिग लड़की को घरेलू दाई बनाकर उसके उत्पीड़न करने के आरोप है. इस मामले में पुलिस ने कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराया है.
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पटना में नाबालिग बच्ची के साथ मारपीटः पीड़िता ने बताया कि डेढ़ साल पहले दिलीप कुमार की पत्नी अर्चना साह उसके मां-पिता से मुजफ्फरपुर से यह कह कर लाई थी कि अच्छी तरह रखेंगे और हर महीने दो हजार रुपये देती थी. इसके बदले उसे घर में झाड़ू, पोछा, बर्तन, कपड़ा धोना, रोटी बनाने के अलावा और सभी काम करना था. पीड़िता ने बताया है कि छोटी-छोटी बातों पर अर्चना उसे छलनी गर्म करके शरीर पर जला देती थी. बाल पकड़कर पिटाई के साथ-साथ चाकू से काट देती थी.
"मेरे माता पिता से अच्छे से रखने की बात करके कर लाए थे ये लोग. मुझे रोज मारा पीटा जाता था. मेरा पूरे शरीर को जख्मी कर दिया है. घर के गेट में ताला बंद करके रखा जाता था. वो और उनके दो बच्चे के अलावे एक स्टाफ राजन भी रहता है. राजन अश्लील हरकत करता था"- पीड़ित बच्ची
महिला बाल गृह में मिली बच्ची को पनाहः वहीं पटना श्रम अधीक्षक नियोजन के चंदन कुमार के लिखित बयान पर पीडीएस मोड़ स्थित एक फ्लैट में रहने वाले दंपति के विरूद्ध मामला दर्ज कराया गया है. पीड़ित बच्ची को आशा किरण महिला बाल गृह में रखा गया है. एएसपी दानापुर अविनव धीमान ने बताया कि बच्ची को कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराया गया है और श्रम अधीक्षक नियोजन के चंदन कुमार के बयान पर मामला दर्ज किया गया है.
"बच्ची का बयान दर्ज कर लिया गया है. पति-पत्नी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. फिलहाल फ्लैट मालिक दम्पति फरार हैं"- अविनव धीमान, दानापुर एएसपी