पटना: राजधानी पटना (Patna) से सटे धनरूआ (Dhanarua) के बिहार राज्य गोदाम (Bihar State Warehouse) में सभी पल्लेदार पिछले 8 दिनों से हड़ताल (Palledar Strike) पर हैं. सभी ठेकेदार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन (Protest Against Contractor) कर रहे हैं. मजदूरी के नाम पर दस लाख का बाउंस चेक देने पर पल्लेदार गुस्साए हुए हैं. हड़ताल के चलते जुलाई महीने का राशन उठाव नहीं हो रहा है. ऐसे में कई गांवों में गरीबों को राशन नहीं मिल पा रहा है.
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गोदाम में कार्यरत सभी मजदूर बकाया मजदूरी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन और हड़ताल कर रहे हैं. ऐसे में इन मजदूरों को मजदूरी मांगने पर उन्हें 10 लाख का चेक थमा दिया, लेकिन अकाउंट में पैसा नहीं है. जिसे लेकर आगबबूला होकर सभी पल्लेदार हड़ताल पर चले गए हैं और हंगामा कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
वहीं, हर सप्ताह मजदूर बैंक में जाकर अकाउंट में पैसों की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं. जिसे लेकर सभी पल्लेदार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. नतीजतन राशन का उठाव बंद हो गया है और गांव-गांव में गरीबों के बीच राशन का वितरण पर ग्रहण लग गया है.
इस पूरे मामले में जिला प्रबंधक अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि कुमार रोडवेज के ठेकेदार से बात हुई है. जल्द ही पल्लेदारों के पैसों का भुगतान करने को कहा गया है. दूसरी और पल्लेदार इस बार आर-पार के मूड में हैं और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. जब तक पैसा नहीं मिलेगा काम शुरू नहीं करने का एलान कर चुके हैं.
दरअसल, मामला धनरूआ बिहार राज्य खाद गोदाम में दिसंबर 2020 का है. जहां कुमार रोडवेज नामक कंपनी का करार खत्म हो गया था और वह चला गया. इसके साथ ही पल्लेदारों की 10 लाख की मजदूरी को भी बकाया कर गया. जिसको लेकर पल्लेदार लगातार विरोध प्रदर्शन और हड़ताल कर रहे हैं. फिलहाल, जनवरी से नयी कंपनी खुशी केंद्र कार्य कर रही है.
बीते मई माह में जब पल्लेदारों ने कुमार रोडवेज पर दबाव बनाया तो आनन-फानन में 8 लाख का चेक मजदूरों को थमा दिया, लेकिन जब चेक लेकर बैंक में गए तो अकाउंट में पैसा ही नहीं था. जिसको लेकर आगबबूला होकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है. ऐसे में अनाज का उठाव नहीं हो पा रहा है.
''रोडवेज कंपनी के ठेकेदार से बात की गई है. ठेकेदार को जल्द ही पैसा अकाउंट मे ट्रांसफर करने को कहा गया है. लगातार मजदूरों से हमारी बातचीत हो रही है. जल्द ही बीच का रास्ता निकाल लिया जाएगा"- प्रवीण कुमार, जिला खाद्य प्रबंधक, पटना