पटना: बिहार में कड़ाके की ठंड (cold in bihar) पड़ रही है. जिसके कारण स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर जाने वाले छोटे बच्चों को परेशानी न हो इसके लिए समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत चलने वाली सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को समेकित बाल विकास निदेशालय (Integrated Directorate of Child Development Patna) के निदेशक के द्वारा अगले आदेश तक बंद करने का निर्देश जारी किया गया है. सभी जिला पदाधिकारियों को शीतलहर से बच्चों के बचाव के लिए राज्य भर के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को यह आदेश दिया गया है.
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बच्चों को मिलती रहेगी ये सुविधाएं: भले ही राज्य के सभी आंगनबाड़ी केन्दों को बंद कर दिया गया है लेकिन 300 दिन आंगनवाड़ी केंद्र पर पोषाहार वितरण करने को लेकर डोर टू डोर खाद्य सामग्री का वितरण करने का भी निर्देश दिया है, यानी बच्चों को ठंड से बचाने को लेकर सभी आंगनवाड़ी केंद्र को अगले आदेश तक बंद करने का आदेश के साथ साथ 3 साल से लेकर 6 साल तक के बच्चों के बीच घर-घर जाकर आंगनबाड़ी सेविका खाद्य सामग्री का वितरण किया जाएगा. इसके अलावा वितरण करने का एक फोटोग्राफी अपने-अपने सीडीपीओ कार्यालय में अपलोड करेंगे ताकि हर समय इसकी मॉनिटरिंग किया जा सके.
कोताही बरतने पर होगी कार्रवाई: राजधानी पटना के मसौढ़ी अनुमंडल के सभी प्रखंडों के सीडीपीओ ने सभी आंगनवाड़ी सेविका सहायिका के साथ एक बैठक कर इस पत्र के आलोक में बताया गया है कि अगले आदेश तक सभी आंगनवाड़ी केंद्र बंद रहेंगे. साथ ही साथ खाद्य सामग्री का वितरण डोर टू डोर किया जाएगा. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बने आंगनवाड़ी सेंटर को सख्त हिदायत दी गई है कि इसमें कोताही बरतने वाले सेविका सहायिका पर कार्रवाई की जाएगी.
"प्रत्येक दिन का नियमित है फोटोग्राफी भी अपलोड करना होगा ग्रामीण और शहरी में बने हुए आंगनवाड़ी सेंटर पर सख्त हिदायत दी गई है और कोताही बरतने वाले सेविका सहायिका पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है"- अर्चना कुमारी, सीडीपीओ, मसौढ़ी
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