पटना: कोरोना वायरस से बचाव को लेकर केंद्र सरकार ने देशभर में 21 दिनों का लॉक डाउन लागू किया हुआ है. लेकिन लॉक डाउन के नियमों को लेकर लोगों में कहीं न कहीं अभी भी जागरूकता का अभाव दिख रहा है. दिल्ली के निजामुद्दीन में पिछले दिनों धार्मिक स्थल में हजारों लोगों के छिपे होने और उसमें से कईयों की जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद बिहार सरकार भी हरकत में नजर आ रही है. प्रदेश सरकार लगातार अपनी सूचना तंत्र के माध्यम से यह जानकारी जुटाने में लगी है कि बिहार में भी कहीं धार्मिक स्थलों में अधिक संख्या में लोग तो नहीं छिपे हैं.
प्रशासन लगातार यह जांच कर रहा है कि कहीं किसी भी धार्मिक स्थल में लोगों का जमवाड़ा तो नहीं है. प्रशासन को इस प्रकार की यदि कोई सूचना मिल रही है, तो उसपर तुरंत एक्शन लिया जा रहा है. पिछले दिनों राजधानी पटना के कई इलाकों के धार्मिक स्थलों पर पुलिस ने छापेमारी कर कई लोगों को पकड़ा था, जो विदेशों से आने के बाद धार्मिक स्थल में छिपे हुए थे. पटना के फुलवारी शरीफ और कुर्जी इलाके के धार्मिक स्थल से कई विदेशी लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. सभी विदेशी थे. इन्हें पुलिस हिरासत में कोरेंटाइन में रखा गया है. जानकारी मिली है कि इनपर एसटीएफ विशेष निगरानी रखे हुए है.
लिया जा रहा सैंपल
दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में हजारों लोगों के छिपे होने और उनमें से कई कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद बिहार सरकार भी काफी एहतियात बरत रही है. पटना से हिरासत में लिये गये विदेशियों का मंगलवार के दिन कोरोना का सैंपल कलेक्ट किया गया है. इसके पहले पुलिस ने उन्हें यह कहते हुए कोरेंटाइन पीरियड में रखा था कि इनका सिंप्टम कोई उस प्रकार का नहीं मिल रहा है.