पटनाः आज अक्षय तृतीया मनाया जाएगा. मान्यता है कि इस दिन खरीदारी करने का शुभ मुहुर्त होता है. इस दिन खरीदारी करने के कई सारे महत्व भी हैं. अक्षय तृतीया को लेकर पटना के आचार्य मनोज मिश्रा ने खास जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अक्षय तृतीया हर साल वैशाख के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है. इस बार 22 अप्रैल यानि शनिवार को अक्ष्य तृतीया पड़ रहा है. हालांकि आयार्च ने कहा कि यह 23 अप्रैल तक भी रहेगा. लेकिन यह 22 अप्रैल को ही मनाया जाएगा.
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शुभ काम की करें शुरुआतः अचार्य मनोज मिश्रा ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन शुभ काम करना अच्छा माना जाता है. इस दिन किए गए काम का कभी क्षय नहीं होता है. यानि यह कभी नष्ट नहीं होता है. इस दिन लोग दान पून्य का भी काम करते हैं, जिससे लोगों को कई लाभ मिलते हैं, आयार्य ने बताया कि इस दिन गंगा स्नान कर सोना दान करने के साथ साथ इसकी खरीदारी भी करनी चाहिए, इससे धन संपदा बनी रहती है.
सतयुग और त्रेता युग की शुरुआतः शास्त्र के अनुसार भगवान नारायण और परशुराम के साथ अक्षय तृतीया का कथा जुड़ा हुआ है. मान्यता है कि इस दिन ब्रह्मा जी का पुत्र अक्षय कुमार का भी जन्म हुआ था, कुबेर को खजाना मिला था. यह भी मान्यता है कि इस दिन सतयुग और त्रेता युग की शुरुआत हुई थी और द्वापर युग का समापन हुआ था. आचार्य ने बताया कि इस दिन मां लक्ष्मी की भी पूजा करने का काफी महत्व है. अगर श्रद्धालु सच्चे मन से मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं तो उनका कभी क्षय नहीं होता है और मां लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है.
नए काम की शुरुआत करेंः आचार्य ने बताया कि अक्षय तृतीया में महिलाएं व्रत भी रख सकती हैं, इससे परिवार में सुख शांति आती है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. मान्यता है कि इस दिन सोना खरीदने का भी काफ महत्व है. हलांकि कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो सोना नहीं खरीद सकते हैं, वे इनमें को कुछ सामान खरीद सकते हैं, इसका भी फायदा होता है. जैसे में पंखा, नमक, चीनी और वस्त्र की खरीदारी कर सकते हैं. इस दिन नए काम की शुरुआत करना शुभ माना जाता है. जिसमें वाहन की खरीदारी, गृह प्रवेश, रोजगार शुरू करना शुभ माना जाता है.
"शनिवार को अक्षय तृतीया की शुरुआत सुबह 8: 09 मिनट से 23 अप्रैल सुबह 8:14 मिनट तक है. लेकिन यह शनिवार को ही मनाया जाएगा. इस दिन 11:45 से लेकर दोपहर 2:45 और शाम 6:00 से लेकर 8:00 बचे तक खरीदारी करने का शुभ मुहुर्त हैं. इस दिन शुभ काम की शुरुआत करनी चाहिए. साथ ही गंगा स्नान के के बाद भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के बाद दान करना चाहिए." -मनोज मिश्रा, आयार्य, पटना