पटना: रामनवमी के बाद बिहार के कई जिलों से हिंसक घटनाओं की खबरें सामने आई. सासाराम, नालंदा और भागलपुर में दो समुदाय आपस में भिड़ गए. भागलपुर में स्थिति सामान्य है लेकिन सासाराम और नालंदा में अब भी जिला प्रशासन नजर बनाए हुए है. दोनों जगहों पर धारा 144 लागू की गई है. वहीं गृह मंत्री अमित शाह का सासाराम का कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी ने रद्द कर दिया है. उसके बाद प्रदेश से सियासी बयानबाजी तेज हो गई है.
'बिहार में नहीं लॉ एंड ऑर्डर': एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने आरोप लगाया है कि जो कुछ बिहार में हुआ है, उसकी दोषी महागठबंधन सरकार है. उन्होंने कहा कि नालंदा में जो हालात बने हैं, अल्पसंख्यकों को घर में घुसकर मारा गया है, उनके दुकानों को जलाया गया है, यहां तक की मस्जिद को भी क्षति पहुंचाई गई है और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी. अब खुद समझ लीजिए कि बिहार में कानून व्यवस्था कहां है.
"एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय के लोगों को मार रहे हैं पीट रहे हैं. राज्य की पुलिस कुछ नहीं कर रही है. प्रशासन कहीं नहीं है. नीतीश कुमार कानून व्यवस्था को बेहतर होने का दावा करते हैं. नालंदा में जो हुआ उसको सब ने देखा है और उसको लेकर अभी तक मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है. दोषियों को सजा नहीं दी जा रही है. हमारी मांग है कि जल्द से जल्द दोषियों को सजा मिले और जिनके दुकान जलाए गए हैं उनको मुआवजा दिया जाए."- अख्तरुल इमान, प्रदेश अध्यक्ष, एआईएमआईएम
'वोट बैंक की राजनीति': अख्तरुल इमान से जब सवाल किया गया कि भारतीय जनता पार्टी ने गृह मंत्री अमित शाह का कार्यक्रम रद्द करने के बाद महागठबंधन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं तो उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है. भाजपा के इस बयान को लेकर उन्होंने साफ-साफ कहा कि यह बात सही है कि राज्य में कानून व्यवस्था खत्म हो गयी है. महागठबंधन के लोगों ने ढील दे रखी है ताकि मुस्लिम उनकी झोली में आ जाए. साथ ही बीजेपी भी हिंदू वोट के लिए साजिश कर रही है.
''जो माहौल बिगड़े हैं, मैं उसपर सवाल कर रहा हूं. ये मामला हुकूमत की नाकामी का है. महागठबंधन के लोग इसलिए ढील दिए हुए हैं ताकि मुस्लिम डरकर उनकी झोली में आ जाए. वहीं बीजेपी और कुछ हिंदू संगठन के लोग इस तरह इसलिए करा रहे हैं ताकि हिंदू एक होकर उनके पास चला जाए. हम चाहते हैं कि इसाफ मिले, सिर्फ जुबान से नहीं, काम करके.''- अख्तरुल इमान, प्रदेश अध्यक्ष, एआईएमआईएम