पटनाः बिहार कांग्रेस (Bihar Congress) के प्रभारी भक्त चरण दास (Bhakt Charan Das) के द्वारा संगठन में बड़े पैमाने पर बदलाव करने के बयान के बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने भी बदलाव के संकेत दिए हैं. वहीं उन्होंने भाजपा-जदयू के विधायकों को महागठबंधन में शामिल होने का खुला निमंत्रण भी दिया है.
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"कांग्रेस में टूट की झूठी खबर फैलाई गई. कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और इसमें टूट होने की कोई संभावना नहीं है. बिहार की बदलती राजनीतिक परिदृश्य में संगठन की मजबूती जरूरी है. जो भी नेता अपनी भूमिका को बखूबी नहीं निभा पा रहे हैं, उनका बदलाव तय है. हालांकि इस पर अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान लेगा."- अजीत शर्मा, विधायक दल के नेता, कांग्रेस
"बिहार की मौजूदा सरकार दो-तीन महीने में नहीं बल्कि कभी भी गिर सकती है. मैं तो चाहता हूं कि भाजपा और जदयू के विधायक राज्य के विकास के लिए महागठबंधन के साथ आएं और बिहार को नई उंचाइयों तक पहुंचाएं. क्योंकि यहां विकास के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है. कोविड महामारी के नाम पर जिस तरह से बिहार सरकार ने सभी विधायकों का फंड ले लिया, उससे न तो स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त हो पायी और न ही प्रतिनिधियों के क्षेत्र में विकास "- अजीत शर्मा, विधायक दल के नेता, कांग्रेस
'निकम्मी साबित हो रही सरकार'
बिहार के कई हिस्सों में इन दिनों बाढ़ जैसे हालात हैं. इस पर भी अजीत शर्मा ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बाढ़ के दंश के बीच सरकार निकम्मी साबित हुई है. बाढ़ के भयंकर प्रकोप से हजारों एकड़ जमीन का कटाव हो चुका है. अब जाकर सरकार ने कटाव रोकने के लिए कार्य शुरू किया है, लेकिन जो जमीनें कट गई हैं, इसे लेकर सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिए.
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भक्त चरण दास ने दिए थे बदलाव के संकेत
बता दें कि हाल ही में बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने प्रदेश कांग्रेस में बदलाव के संकेत दिए थे. उन्होंने कहा था कि संगठन को मजबूत करने के लिए जल्द ही बड़े स्तर पर फेरबदल किया जाएगा. उन्होंने कहा था कि बिहार कांग्रेस की कमेटियों का गठन नहीं हुआ है. ऐसे में जल्द ही इसका गठन किया जाएगा. भक्त चरण दास ने कहा कि प्रदेश के सीनियर नेताओं की कांग्रेस आलाकमान के साथ दिल्ली में जल्द बैठक होगी. इस बैठक में इस बात पर मंथन होगा कि कांग्रेस के संगठन को बिहार में धारदार कैसे बनाया जाए? कांग्रेस को शक्तिशाली कैसे बनाया जाए?