पटनाः कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के कारण साल 2021 में 2020 की तरह की स्कूलों के साथ ही कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ाई लिखाई बाधित हुई है. ऐसे में अब स्टूडेंट यूनियनों की ओर से मांग उठने लगी है कि विश्वविद्यालय (University) की परीक्षाओं में भी छात्रों को प्रमोट किया जाए.
इसको लेकर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) ने बिहार के मुख्यमंत्री, राज्यपाल साथ ही राज्य और केन्द्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है.
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एआईएसएफ ने पत्र लिखकर सरकार से की है मांग
एआईएसएफ ने पत्र में कोरोना के कारण शैक्षणिक संस्थानों (Educational Institution) के बंद होने की बात कहते हुए छात्रों को प्रमोट करने की बात कही है.
इस बारे में एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील ने कहा कि जिस तरीके से कोरोना काल के कारण शैक्षणिक संस्थान बंद हैं और कई सेशन काफी लेट भी चल रहे हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में भी प्रमोट करने की मांग हमने की है.
उन्होंने कहा कि हमने मांग की है कि विश्वविद्यालय के छात्रों को भी प्रमोट किया जाए. सुशील ने बताया कि हमने पत्र में यह भी मांग की है कि सरकार स्थिति सामान्य होने पर वैसे विद्यार्थियों के लिए वैकल्पिक परीक्षा का आयोजन करने की व्यवस्था करे जो परीक्षा फल से संतुष्ट नहीं हों.
सुशील ने कहा कि कुछ कॉलेज एवं विभागों में ऑनलाइन माध्यम से क्लासेस (Online Classes) चल रही हैं, लेकिन वह पर्याप्त नहीं हैं.
मांग नहीं मानी गई तो होगा प्रदर्शन
एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील ने कहा कि इस मांग को लेकर आगामी 17 एवं 18 जून को राज्य के विभिन्न हिस्सों में वे सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि यदि तब भी सरकार ने हमारी मांगें को नहीं मानी तो आगे आंदोलन और उग्र होगा. उन्होंने कहा कि सभी छात्र और नौजवान सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी.
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पीएम मोदी ने की थी सीबीएसई की परीक्षाएं रद्द
कोरोना की दूसरी लहर के कहर को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने 1 जून को सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षा (CBSE Board Class XII) को रद्द करने का फैसला लिया था. पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया था. तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि ऐसे तनाव भरे माहौल में छात्रों को परीक्षा में शामिल होने को लेकर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए.