पटनाः ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) के राज्यव्यापी आह्वान पर शिक्षा-रोजगार एवं स्वास्थ्य को लेकर बिहार के कई जिलों में प्रदर्शन किया गया. पटना के अतिरिक्त बेगूसराय, गया, खगड़िया, समस्तीपुर, छपरा, सीवान, वैशाली, मधुबनी, दरभंगा, मधेपुरा, अरवल सहित कई जिलों में प्रदर्शन किया गया है.
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन की क्या है मांगें
- रेलवे सहित रोजगार के साधनों के निजीकरण पर रोक,
- 6 माह का स्कूल फीस, रूम रेन्ट,
- बिजली बिल माफ करने,
- कमजोर संचालकों को सरकार की ओर से आर्थिक राहत देने,
- एसटीईटी परीक्षा में परीक्षा केंद्र छात्राओं का होम सेन्टर और छात्रों का प्रमंडल के अंदर सुनिश्चित करने कोरोना अवधि में सभी परीक्षाएं स्थगित करने,
- बड़े सरकारी अस्पतालों का राष्ट्रीयकरण कर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को सरकारी नौकरी देने, 2018-20 के पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के बीएड विद्यार्थियों की परीक्षा यथाशीघ्र लेने,
- दानापुर छावनी के नजदीक सेना की ओर से बंद चांदमारी-लोदीपुर आम रास्ता को यथाशीघ्र खोलने,
- सभी रिक्त पदों पर बहाली व पारदर्शितापूर्ण परीक्षा की गारंटी,
- आम जन विरोधी नई शिक्षा नीति की वापसी,
- राज्य सरकार के आदेशानुसार लड़कियों व एससी-एसटी के लड़कों की पीजी तक मुफ्त शिक्षा,
- मैट्रिक-इंटर नामांकन में मनमानी वसूली पर रोक व नामांकन व परीक्षा प्रपत्र भरने में उचित रसीद देने की मांग.
जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव
इन सभी मांगों को लेकर ज्ञापन सदर एसडीओ को दिया गया. सदर एसडीओ ने शीघ्र ही मांगों पर कार्रवाई को लेकर जिलाधिकारी से वार्ता का भरोसा दिलाया. एसडीओ ने एसटीईटी की परीक्षा केंद्र को लेकर बीएसईबी के अधिकारियों से वार्ता करने, पाटलिपुत्र बीएड के विद्यार्थियों को लेकर भी शीघ्र कार्रवाई एवं दानापुर में बंद रास्ते को लेकर दानापुर एसडीओ के उसी मसले को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचने की जानकारी दी. उन्होंने छात्र नेताओं को फोन से हुई कार्रवाई को बताने की बात भी कही.
बीएड की समस्या
प्रदर्शन में एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार एसएसके ने बताया कि कोरोना काल में लोगों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हुई है. तत्काल 6 महीने का रूम रेंट स्कूल फीस और जितने भी निजी बड़े अस्पताल हैं. उनका राष्ट्रीयकरण किया जाए साथ-साथ दानापुर कैंट रोड को जल्द से जल्द खुलवाया जाए और बीएड की जो समस्या है और उस पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए. इन सभी मांगों को लेकर आज हम लोग जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किए हैं और यह कार्यक्रम पूरे बिहार में किया गया है.