पटना: बजट सत्र के दौरान विधानसभा में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दे पर विपक्षी दल लगातार नीतीश सरकार को घेर रहे हैं. भाकपा माले और उनके छात्र संगठन भी इन मुद्दों को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. फरवरी माह में एक सप्ताह तक प्रदेश भर में शिक्षा और रोजगार यात्रा निकाली गई. वहीं अब भाकपा माले के नेता आंदोलन को तेज करने के लिए 1 मार्च को विधानसभा घेरने की तैयारी कर रहे हैं.
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सबसे बड़ी समस्या है शिक्षा और रोजगार
इंकलाबी नौजवान सभा के नेता सह विधायक मनोज मंजिल ने कहा कि विधानसभा में हम लगातार शिक्षा और रोजगार के मुद्दों को उठा रहे हैं. बिहार के छात्रों और नौजवानों की सबसे बड़ी समस्या शिक्षा और रोजगार है. सरकार ने वादा तो कर दिया लेकिन इसके प्रति जागरूक नहीं दिख रही. बिहार में स्वास्थ्य और शिक्षा की व्यवस्था अच्छी हो और नौजवानों को रोजगार मिले. इसलिए आगामी 1 मार्च को हम विधानसभा मार्च निकालेंगे और हमारे सभी विधायक सदन के अंदर इन मुद्दों को लेकर आवाज उठाएंगे.
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विधानसभा का करेंगे घेराव
वहीं आइसा नेता सह पालीगंज विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरीके से चौपट है. युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है. सरकार केवल वादा करती है, काम नहीं कर रही. इन्हीं मुद्दों को लेकर पूरे बिहार में यात्रा निकाली गई थी. जिसमें लाखों की संख्या में छात्र नौजवान हमसे जुड़े. सभी की बस एक ही मांग है कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त हो और युवाओं को रोजगार मिले. सरकार ने तो वादा कर दिया लेकिन काम नहीं कर रही.
उन्होंने कहा कि सरकार के वादे को याद दिलाने और जल्द से जल्द इस मामले पर उचित कार्रवाई करने के लिए हमने पूरे बिहार में शिक्षा रोजगार यात्रा निकाली. अब आगामी 1 मार्च को लाखों की संख्या में पूरे बिहार से छात्र नौजवान पटना पहुंचेंगे और हम विधानसभा का घेराव करेंगे. सरकार से हम स्पष्ट कहना चाहते हैं कि सरकार चेत जाए और जो सरकार ने वादा किया है उसे पूरा करें. अन्यथा इस को लेकर आंदोलन तेज होगा. सदन से सड़क तक आंदोलन किया जाएगा और लड़ाई जारी रहेगी.