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Air Pollution In Patna: प्रशासन के नाक के नीचे खेतों में खुलेआम जल रही है पराली

बिहार में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता (Air Pollution Increased In Bihar) जा रहा है. ठंड बढ़ने के साथ ही एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है. फिर भी राजधानी पटना में किसान पराली जलाने से परहेज नहीं कर रहे हैं. विभाग भी इस ओर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. पढ़ें पूरी खबर..

पटना में बढ़ रहा प्रदूषण
पटना में बढ़ रहा प्रदूषण
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Published : Nov 8, 2022, 5:54 PM IST

Updated : Nov 8, 2022, 11:01 PM IST

पटनाः बिहार की राजधानी पटना (Patna Latest News) में इन दिनों प्रदूषण का लेवल काफी बढ़ गया है. हर साल ठंड के मौसम की शुरुआत होते ही प्रदूषण का लेवल बढ़ना आम बात हो गई है. इन दिनों पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से 300 के बीच दर्ज किया जा रहा है. किसी किसी दिन 300 से अधिक हो जा रहा है. प्रदूषण के बढ़ते लेवल को देखते हुए जिला प्रशासन ने किसानों से खेतों में पराली न जलाने की अपील की है.

यह भी पढेंः दमघोंटू प्रदूषण से बचने के लिए करें ये आसान से योगासन, सर्दी से भी होगा बचाव

खुलेआम पराली जलाई जाती हैः जिला प्रशासन की अपील के बाद किसान पराली (Stubble Burning Cause Of Pollution) जलाना नहीं छोड़ रहे हैं. राजधानी पटना के अशोक राजपथ से सटे गंगा के मैदानी क्षेत्र के खेतों में किसान खुलेआम पराली जलाते हुए नजर आ रहे हैं. पटना के मरीन ड्राइव से जब आप क्रॉस करेंगे तो इन दिनों यह आम सा दृश्य हो गया है. किसी ना किसी खेत में किसान पराली जलाए जाते हुए आपको नजर आएंगे.

प्रदूषण की बढ़ोतरीः खेतों में उगे हुए घास, जंगली पौधे, फसल कटने के बाद खरपतवार, सब्जियों की लता इन तमाम चीजों को खेत में एकसाथ इकट्ठा कर किसान उसमें आग लगा दे रहे हैं. नई फसल लगानी है इसलिए किसान खेतों की साफ सफाई करने के बाद घास और पराली को कहीं फेंकने के बजाय उसे आग लगाकर नष्ट कर रहे हैं. ऐसे में शहर में प्रदूषण की बढ़ोतरी तो होगी ही.

प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड मौनः खेतों में पराली जलाए जाने की वजह से मरीन ड्राइव के किनारे खेतों से धुंआ के गुब्बारे निकलते नजर आ रहे हैं. जो आसपास के पूरे आसमान को ढक दे रहा है. इससे वातावरण में काफी प्रदूषण फैला रहा है. पटना में प्रदूषण बढ़ा हुआ फिर भी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (Pollution Control Board Patna) की ओर से भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

''इस मामले में निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी और इसको लेकर वह प्रशासन को निर्देशित करेंगे. सरकार की तरफ से प्रशासन को सख्त निर्देश है कि अपने जिले में वह इस बात पर लगातार चेकिंग करते रहे कि कहीं कोई किसान पराली नहीं जलाए और कोई पराली जलाते हुए पकड़े जा रहे हैं तो उस पर कार्रवाई करें. प्रदेश में सरकार किसानों को पराली जलाए जाने से रोकने के लिए कई प्रयास कर रही है. सरकार और खासकर कृषि विभाग की तरफ से नियम पूरे प्रदेश में लागू किया गया है कि यदि कोई किसान पराली जलाते हुए पकड़े जाता है तो उस किसान को बिहार सरकार के कृषि विभाग द्वारा दी जा रही खेती और कृषि संबंधित सभी प्रकार की सब्सिडी बंद कर दी जाएगी. जो किसान पराली जलाते पकड़े गए हैं उन पर इस प्रकार कार्रवाई भी हुई है और कई सरकारी योजनाओं का लाभ बंद किया गया है.''- अशोक कुमार घोष, चेयरमैन, बिहार प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड

पटनाः बिहार की राजधानी पटना (Patna Latest News) में इन दिनों प्रदूषण का लेवल काफी बढ़ गया है. हर साल ठंड के मौसम की शुरुआत होते ही प्रदूषण का लेवल बढ़ना आम बात हो गई है. इन दिनों पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से 300 के बीच दर्ज किया जा रहा है. किसी किसी दिन 300 से अधिक हो जा रहा है. प्रदूषण के बढ़ते लेवल को देखते हुए जिला प्रशासन ने किसानों से खेतों में पराली न जलाने की अपील की है.

यह भी पढेंः दमघोंटू प्रदूषण से बचने के लिए करें ये आसान से योगासन, सर्दी से भी होगा बचाव

खुलेआम पराली जलाई जाती हैः जिला प्रशासन की अपील के बाद किसान पराली (Stubble Burning Cause Of Pollution) जलाना नहीं छोड़ रहे हैं. राजधानी पटना के अशोक राजपथ से सटे गंगा के मैदानी क्षेत्र के खेतों में किसान खुलेआम पराली जलाते हुए नजर आ रहे हैं. पटना के मरीन ड्राइव से जब आप क्रॉस करेंगे तो इन दिनों यह आम सा दृश्य हो गया है. किसी ना किसी खेत में किसान पराली जलाए जाते हुए आपको नजर आएंगे.

प्रदूषण की बढ़ोतरीः खेतों में उगे हुए घास, जंगली पौधे, फसल कटने के बाद खरपतवार, सब्जियों की लता इन तमाम चीजों को खेत में एकसाथ इकट्ठा कर किसान उसमें आग लगा दे रहे हैं. नई फसल लगानी है इसलिए किसान खेतों की साफ सफाई करने के बाद घास और पराली को कहीं फेंकने के बजाय उसे आग लगाकर नष्ट कर रहे हैं. ऐसे में शहर में प्रदूषण की बढ़ोतरी तो होगी ही.

प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड मौनः खेतों में पराली जलाए जाने की वजह से मरीन ड्राइव के किनारे खेतों से धुंआ के गुब्बारे निकलते नजर आ रहे हैं. जो आसपास के पूरे आसमान को ढक दे रहा है. इससे वातावरण में काफी प्रदूषण फैला रहा है. पटना में प्रदूषण बढ़ा हुआ फिर भी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (Pollution Control Board Patna) की ओर से भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

''इस मामले में निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी और इसको लेकर वह प्रशासन को निर्देशित करेंगे. सरकार की तरफ से प्रशासन को सख्त निर्देश है कि अपने जिले में वह इस बात पर लगातार चेकिंग करते रहे कि कहीं कोई किसान पराली नहीं जलाए और कोई पराली जलाते हुए पकड़े जा रहे हैं तो उस पर कार्रवाई करें. प्रदेश में सरकार किसानों को पराली जलाए जाने से रोकने के लिए कई प्रयास कर रही है. सरकार और खासकर कृषि विभाग की तरफ से नियम पूरे प्रदेश में लागू किया गया है कि यदि कोई किसान पराली जलाते हुए पकड़े जाता है तो उस किसान को बिहार सरकार के कृषि विभाग द्वारा दी जा रही खेती और कृषि संबंधित सभी प्रकार की सब्सिडी बंद कर दी जाएगी. जो किसान पराली जलाते पकड़े गए हैं उन पर इस प्रकार कार्रवाई भी हुई है और कई सरकारी योजनाओं का लाभ बंद किया गया है.''- अशोक कुमार घोष, चेयरमैन, बिहार प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड

Last Updated : Nov 8, 2022, 11:01 PM IST
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