पटना: आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (एआईजेजीएफ) ने सरकार को पत्र लिखकर दुकान जाने की अनुमति मांगी है. एआईजेजीएफ का कहना है कि भारत सरकार उन्हें सप्ताह में कम से कम 1 दिन 4 घंटे के लिए दुकान जाने की परमिशन दे ताकि वे अपनी ज्वेलरी दुकानों और शोरूम की स्थिति जान सकें. उन्होंने अपनी यह मांग कैट के जरिए केंद्र सरकार तक पहुंचाई है.
एआईजेजीएफ के बिहार और पूर्वी भारत के प्रभारी अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि देश भर में पिछले 40 दिनों से लॉकडाउन चल रहा है. कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए इसके आगे भी जारी रहने की पूरी संभावना है ऐसे में दुकान बंद किए हुए 1 महीने से ज्यादा हो गए हैं. व्यापारियों की परेशानी बढ़ना अब लाजमी है.
व्यापारियों को सता ही अनहोनी की आशंका
व्यपारियों का कहना है कि उन्होंने अपनी दुकानों को 40 दिनों से देखा ही नहीं है. उन्हें पता नहीं है कि प्रतिष्ठानों की क्या स्थिति है . किस के साथ क्या घटना हुई है. इसके लिए उन्होंने चोरी की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि देश भर में अभी 2-3 बड़ी चोरी की खबर भी है. ऐसे में कई व्यवसाइयों के प्रतिष्ठान घर से दूर अन्य जिलों में हैं. देश के लगभग 99% ज्वेलर्स को नहीं पता कि आज उनके प्रतिष्ठान की स्थिति क्या है.
होम मिनिस्ट्री से मांगी अनुमति
इन सभी समस्याओं को देखते हुए देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कैट से एआईजेजीएफ ने निवेदन किया कि होम मिनिस्ट्री से उन्हें अनुमति दिलाएं. ताकि सप्ताह में एक दिन के लिए कम से कम 4 घंटे वे अपनी दुकानें खोल सकें. कारोबारियों का कहना है कि पुलिस का काम सिक्योरिटी देना है. पुलिस का काम सही भी है लेकिन अगर हम स्वयं भी देख कर तस्सली कर सकें तो उचित होगा.
कैट ने दिया हर संभव मदद का आश्वासन
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने वादा किया है कि वो इस विषय को भारत सरकार के सामने लेकर जाएंगे. उन्होंने व्यापारियों का आश्वासन दिया है कि वे सरकार से दुकानों की देख-रेख की अनुमति जरूर दिलाएंगे. उन्होंने ज्वैलर्स के साथ-साथ अन्य व्यापारियों को भी परमिशन दिलाने की बात कही है ताकि वे अपनी दुकानों को चेक कर सकें. प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि कैट ने सरकार से देश में गैरजरूरी वस्तुओं की दुकानों को रात्रि में 2-3 घंटे के लिए खोलने की अनुमति मांगी है.