पटना: देश के मजदूरों को हासिल 44 श्रम कानूनों को समाप्त कर आज से पूरे देश में चार श्रम कोड को केंद्र सरकार द्वारा लागू करने की घोषणा की गई. जिसका विरोध करते हुए ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन (एक्टू) ने देशव्यापी आवाहन के तहत राजधानी पटना के जेपी गोलंबर पर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, चारों श्रम कोड की प्रतियों को जलाकर अपना विरोध जताया.
सरकार केवल पूंजीपतियों को पहुंचाना चाहती है लाभ
मामले पर एक्टू के राष्ट्रीय सचिव रणविजय कुमार ने कहा कि जिस तरीके से केंद्र सरकार कृषि कानून को लाकर देशभर किसानों के साथ अन्याय किया है. ठीक उसी तरह श्रम कोड लाकर उन्होंने आज मजदूरों के साथ अन्याय किया. उन्होंने कहा कि सरकार इन श्रम कोड को लागू कर मजदूरों का शोषण करना चाहती हैं.
रणविजय ने कहा कि कृषि कानून का विरोध के तर्ज पर ही इन श्रम कोड का विरोध किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह सरकार केवल पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना चाहती है. इनका गरीबों और मजदूरों से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने सरकार से श्रम कोड और कृषि कानून वापस लेने की मांग की.
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