पटना: पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर जारी है. इसको लेकर जिला समन्वय समिति की बैठक की गई. इसमें डीएम कुमार रवि सहित कई अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में कोरोना वायरस की रोकथाम और बचाव पर चर्चा की गई.
राजधानी पटना के समाहरणालय सभागार में कोरोना वायरस को लेकर एक बैठक की गई. बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जिला अंतर्गत कोरोना वायरस के एक भी मरीज अभी तक पॉजिटिव नहीं मिला है. इसलिए वर्तमान स्थिति को देखते हुए डरने की जरूरत नहीं है. पटना मेडिकल कॉलेज में 10 बेड और नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 20 बेड की व्यवस्था की गई है. एयरपोर्ट पर भी मेडिकल टीम का गठन कर लगातार जांच की जा रही है.
डीएम कुमार रवि ने बैठक में कोरोना वायरस को लेकर सरकारी अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्था रखने का निर्देश दिया. आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 44 अस्पतालों में इस बीमारी को लेकर पर्याप्त और सुचारु व्यवस्था रखने का निर्देश दिया. लक्षण और बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करने को कहा. साथ ही नगर निगम क्षेत्र में मच्छरों को दूर करने के लिए छिड़काव करने का भी आदेश दिया. स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या को लेकर टोल फ्री नंबर 104 पर संपर्क किया जा सकता है.
कोरोना वायरस के लक्षण'
कोविड-19' का संक्रमण लगने के बाद बीमारी का कोई स्पष्ट लक्षण सामने नहीं आया है. लेकिन, दूसरे लोगों को संक्रमण फिर भी लगा. आम तौर पर इसके वही लक्षण देखने में आते हैं जो फ्लू के समय भी दिखायी पड़ते हैं.
- सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है.
- शरीर में दर्द और जकड़न.यह बुखार निमोनिया का रूप ले सकता है.
- निमोनिया किडनी से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों को बढ़ा सकता है.
कैसे बचें कोरोना से?
संक्रमण के संदेह वाले व्यक्ति के साथ-साथ उसके परिवार के लोगों और पिछले दिनों में उसके संपर्क में आये सभी लोगों को, सावधानी के तौर पर, दो सप्ताह तक उनके अपने घरों में ही इस तरह अलग-थलग रहने-रखने के लिए कहा जा रहा है, ताकि किसी और को बीमारी का संक्रमण नहीं लगे.
- घर पर रहें और भीड़ से बचें और दूसरों से ना संपर्क करें.
- जब आप खांसते या छींकते हैं, तो अपने मुंह और नाक को ढंक लें.
- यात्रा के बाद घर पहुंचते ही सबसे पहले दोनों हाथ अच्छी तरह धोयें.
- तबीयत बिगड़ने पर घर पर ही रहें और डॉक्टर या नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र को फ़ोन करें.