पटना : बिहार में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा चार दिनों तक मनाया जाता है. जहां हर दिन की अपनी खास मान्यता होती है. ऐसे में छठ पूजा को लेकर सभी घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. खासतौर पर राजधानी पटना के घाटों का नजारा काफी अद्भुत होता है. इसके पीछे की एक बड़ी वजह जिला प्रशासन की तैयारियां होती है. हर साल पटना में सैकड़ों जवानों को तैनात किया जाता है, जो सुरक्षा से लेकर सुविधा तक का ध्यान रखते हैं. इस बार भी तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने बैठक करना शुरू कर दिया है. शनिवार को हुई बैठक में 13 घाटों को अति संवेदनशील घोषित किया गया है.
मसौढी अनुमंडल कार्यालय में कंट्रोल रूम: छठ की तैयारी को लेकर प्रशासनिक बैठक की गई है. जहां अनुमंडल प्रशासन द्वारा साफ-सफाई, बिजली, पानी, सुरक्षा के साथ-साथ अन्य सुविधाओं को मुहैया कराने को लेकर सभी पदाधिकारी को कई निर्देश दिए गए है. इसके अलावा मसौढी अनुमंडल कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया हैं, जहां पर तीन पालियों में दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त रहेंगे. साथ ही पूरे अनुमंडल में 53 छठ घाट चिन्हित किए गए हैं, जिसमें 13 छठ घाटों को अति संवेदनशील घोषित किया गया है.
पदाधिकारी को दिया गया निर्देश: छठ घाट की तैयारी को लेकर अनुमंडल प्रशासन इस पर काफी चौकस दिख रहा है. पूरे 53 छठ घाट पर साफ-सफाई के साथ सुरक्षा को लेकर तमाम इंतजाम करने में लग गई है. साथ ही संबंधित पदाधिकारी को दिशा निर्देश भी दे दिए गए हैं. इसके अलावा नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी और सभी अंचलाधिकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने-अपने छठ घाट का दौरा करने को कहा गया है. इसके अलावा छठ व्रती को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हो इसके लिए तैयारी पूरी रखनी है.
"छठ पूजा को लेकर अनुमंडल की प्रशासनिक टीम सक्रिय हो गई है. नगर परिषद की ओर से सभी घाटों की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर विशेष योजना तैयार की गई है. साथ ही खतरनाक घाटों को भी चिन्हित किया जा रहा, जहां श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति नहीं होगी." - प्रिती कुमारी, एसडीएम, मसौढी
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