पटना(मसौढ़ी): बीते दिनों अग्निपथ की आग में मसौढ़ी में 3 घंटे तक बवाल हुआ था. जहां एक ओर उपद्रवियों ने तारेगना रेलवे स्टेशन (Taregna Railway Station) को कब्जे में लेते हुए पूरे स्टेशन को जला डाला था. वहीं, जीआरपी थानों में भी तोड़फोड़ की गई थी. सड़कों पर तांडव कर दर्जनों वाहन को आग के हवाले कर दिया गया था. इस घटना के पीछे जिला प्रशासन ने कोचिंग संचालकों को कसूरवार ठहराया है. प्रशासन इन कोचिंग संचालकों के खिलाफ बड़ी करवाई करने की तैयारी में हैं. ऐसे में अब तक मसौढ़ी के चार कोचिंग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई: मसौढ़ी में हुए उपद्रव मामले में अब तक चार कोचिंग पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. सभी कोचिंग संस्थान को 25 जून तक कोचिंग बंद करने के आदेश दिए गये थे. इसके बाद एक बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में जिला प्रशासन दिख रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि जब भी कहीं भी विरोध प्रदर्शन आगजनी होती है, उसमें कहीं न कहीं कोचिंग के छात्र जरूर मौजूद होते हैं. पिछले बार भी एनटीपीसी को लेकर हुए हंगामे में सभी कोचिंग के ही छात्र लोग थे और इस बार भी अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में हुए तांडव में पूरा कसूरवार जिला प्रशासन ने कोचिंग के छात्रों को ही ठहराया है. जिसको लेकर जगह-जगह पर कोचिंग पर प्राथमिकी दर्ज की गई है.
86 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी: मसौढ़ी में डीडीएस क्लासेज, यथार्थ कोचिंग, आरक्षण और आसरा कोचिंग के खिलाप प्राथमिकी दर्ज की गई है. पूरे मामले में 75 नामजद और 15 सौ अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. अब तक कुल 86 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. हालांकि, इस बीच कई कोचिंग संचालकों ने अपने आप को बेकसूर बताया है और कहा है कि पुलिस किसी के कहने पर उन सब पर प्राथमिकी दर्ज कर रही है. जिसकी जांच होनी चाहिए.
पुलिस की कार्रवाई तेज:अग्नीपथ तांडव के बाद अब पुलिसिया तांडव शुरू हो चुका है. जगह-जगह पर ताबड़तोड़ छापेमारी हो रही है. अब तक 86 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. ऐसे में अब कोचिंग संचालकों पर एक बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में जिला प्रशासन है. 25 जून तक सभी कोचिंग को बंद करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन कल के बाद अगली कार्रवाई क्या होगी, यह कल ही पता चलेगा. लेकिन सवाल उठता है कि विभिन्न विरोध प्रदर्शनों में छात्रों की दशा भागता होती है. उसको देखते हुए जिला प्रशासन एक बड़ी तैयारी करने के मूड में हैं.
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