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'बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को मिले 11 करोड़ का हुआ गलत इस्तेमाल'

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को मिले बीसीसीआई के तरफ से फंड का गलत इस्तेमाल करने का लगाया आरोप लगाया है. सरकार से जांच करने की मांग की है.

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Published : Aug 27, 2020, 9:09 PM IST

Updated : Sep 19, 2020, 1:51 PM IST

आदित्य वर्मा
आदित्य वर्मा

पटना: क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सेक्रेटरी आदित्य वर्मा ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. अमित वर्मा ने बताया कि बिहार में हुए रणजी मैच के लिए बीसीसीआई ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को 11 करोड़ का फंड दिया था, जिसका बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने मनमाने ढंग से इस्तेमाल किया है.

आदित्य वर्मा का बयान
आदित्य वर्मा ने कहा कि बिहार का गौरव और पटना का एकमात्र स्टेडियम मोइनुल हक स्टेडियम की स्थिति ये हो गई है कि वो किसी खेत से कम नहीं लगता. राज्य सरकार ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को कुछ सालों के लिए स्टेडियम की जिम्मेदारी सौंपी. लेकिन उन्होंने स्टेडियम का भी बंटाधार कर दिया. बीसीसीआई के तरफ से दिए फंड से न तो किसी रणजी मैच खेलने वाले खिलाड़ी को पैसे दिए गए, न खिलाड़ियों को टीए डीए दिया गया और न ही स्टेडियम में उसका इस्तेमाल हो रहा है.

'दोषी पर करे कार्रवाई'

क्रिकेट एसोसिएशन के सेक्रेटरी ने कहा कि अगर स्टेडियम में रकम का इस्तेमाल होता, तो स्टेडियम कि आज ये दुर्दशा नहीं हुई होती. बिहार सरकार और बिहार के खेल मंत्री का ध्यान इस ओर आकर्षित करना चाहते हैं, जिससे सरकार इसे देखे और गड़बड़ी को जल्द से जल्द दुरुस्त करवाए. कोरोना काल के बाद अगर स्थिति यही रही, तो हमारे खिलाड़ी कहां खेलेंगे? सरकार इस मामले पर जल्द संज्ञान ले और अगर इस मामले में कोई भी दोषी हो, उन पर कार्रवाई करे.

पटना: क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सेक्रेटरी आदित्य वर्मा ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. अमित वर्मा ने बताया कि बिहार में हुए रणजी मैच के लिए बीसीसीआई ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को 11 करोड़ का फंड दिया था, जिसका बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने मनमाने ढंग से इस्तेमाल किया है.

आदित्य वर्मा का बयान
आदित्य वर्मा ने कहा कि बिहार का गौरव और पटना का एकमात्र स्टेडियम मोइनुल हक स्टेडियम की स्थिति ये हो गई है कि वो किसी खेत से कम नहीं लगता. राज्य सरकार ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को कुछ सालों के लिए स्टेडियम की जिम्मेदारी सौंपी. लेकिन उन्होंने स्टेडियम का भी बंटाधार कर दिया. बीसीसीआई के तरफ से दिए फंड से न तो किसी रणजी मैच खेलने वाले खिलाड़ी को पैसे दिए गए, न खिलाड़ियों को टीए डीए दिया गया और न ही स्टेडियम में उसका इस्तेमाल हो रहा है.

'दोषी पर करे कार्रवाई'

क्रिकेट एसोसिएशन के सेक्रेटरी ने कहा कि अगर स्टेडियम में रकम का इस्तेमाल होता, तो स्टेडियम कि आज ये दुर्दशा नहीं हुई होती. बिहार सरकार और बिहार के खेल मंत्री का ध्यान इस ओर आकर्षित करना चाहते हैं, जिससे सरकार इसे देखे और गड़बड़ी को जल्द से जल्द दुरुस्त करवाए. कोरोना काल के बाद अगर स्थिति यही रही, तो हमारे खिलाड़ी कहां खेलेंगे? सरकार इस मामले पर जल्द संज्ञान ले और अगर इस मामले में कोई भी दोषी हो, उन पर कार्रवाई करे.

Last Updated : Sep 19, 2020, 1:51 PM IST
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