पटना: अवैध बालू खनन (Illegal Sand Mining) पर बिहार में दूसरी बड़ी कार्रवाई हुई है. बिहार पुलिस मुख्यालय (Bihar Police Headquarters) ने बालू के अवैध धंधे में संलिप्त 18 दारोगा को निलंबित कर दिया है. सस्पेंड किए गए सभी इंस्पेक्टर पहले पटना, भोजपुर, सारण, औरंगाबाद और रोहतास जिले में तैनात थे.
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दरअसल, आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा जांच में बालू के अवैध खनन में संदिग्ध भूमिका मिलने के बाद इन सभी पुलिस अधिकारियों को 10 जुलाई को जोन से बाहर तबादला किया गया था. अब इन सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. सस्पेंड किए गए अफसरों पर विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है.
जिन दारोगा पर बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से निलंबन की कार्रवाई की गई है उनके नाम हैं- जिनमें 4 इंस्पेक्टर अरविंद कुमार गौतम, दयानंद सिंह, सुनील कुमार, अवधेष कुमार झा के अलावा 14 दारोगा (Sub-Inspector) संजय प्रसाद, रहमतुल्ला, विजेन्द्र प्रसाद सिंह, कृपाशंकर, प्रसाद कुमार गुप्ता, दीप नारायण सिंह, आनंद कुमार सिंह, सतीश कुमार सिंह, पंकज कुमार, राजेश कुमार चौधरी, दिनेश कुमार दास, राज कुमार, अशोक कुमार और राम कुमार राम के नाम शामिल हैं.
इससे पहले बिहार सरकार के गृह विभाग के आरक्षित शाखा की अधिसूचना के मुताबिक अवैध बालू खनन में संलिप्त दो आईपीएस (IPS) चार डीएसपी (DSP) समेत कुल 18 अधिकारियों पर कार्रवाई की गई थी. भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश कुमार दुबे और औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर पोरिका समेत चार डीएसपी तनवीर अहमद, पंकज कुमार रावत, अनुपम कुमार और संजय कुमार को निलंबित किया गया था.
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बालू के अवैध कारोबार को लेकर बयान दे चुके हैं. हाल ही में उन्होंने कहा था कि मामले की गंभीरता से जांच की जाती है. पूरे मामले में जो भी कर्मचारी गड़बड़ी करने में संलिप्त पाए जाते हैं तो उनपर भी कार्रवाई की जाएगी.