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हारेगा कोरोना: डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग के तहत अब तक 75 लाख घरों का हो चुका है सर्वेक्षण, जारी रहेगा अभियान

स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में अब तक डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग के तहत अब तक 75 लाख 72 हजार घरों के सर्वेक्षण किए जा चुके हैं. जिनमें 31 सौ 80 लोगों में बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ लक्षण पाए गए. उन्होंने बताया कि यह अभियान अभी जारी रहेगा.

सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार
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Published : Apr 30, 2020, 11:26 PM IST

पटना: सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जनकारी दी. अनुपम कुमार ने कहा बिहार में 203 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिसका लाभ 72 हजार से ज्यादा लोग उठा रहे हैं. वहीं, अपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि ब्लॉक स्तर पर 1000 भवन को चिन्हित किया गया है. जहां बाहर से आने वाले लोगों को कोरोनटाइन किया जाएगा. अन्य प्रदेश से आने वाले लोगों की बिहार की सीमा पर हेल्थ जांच की जाएगी. जिसके बाद उसे प्रदेश में प्रवेश करने दिया जाएगा.

'28 लाख 29 हजार लोगों ने किया आवेदन'
सूचना जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि पंचायत स्तर पर स्थित 14 सौ 13 क्वारेंटाईन सेंटर में 13 हजार 03 सौ लोग आवासित हैं. जिन्हें भोजन और चिकित्सीय सुविधा मुहैया करायी जा रही है. लॉक डाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के लोगों के अब तक 28 लाख 29 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं. जिनमें से 17 लाख 69 हजार आवेदकों के खाते में 1000 रूपये की राशि भेज दी गई है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार फाउंडेशन के जरिये बिहार के बाहर फंसे 9 राज्यों में 55 राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिससे 13 लाख 74 हजार लोग लाभान्वित हो रहे हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'सीमा पर जांच के बाद ही प्रवेश'
आपदा प्रबंधन विभाग के नोडल पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहा कि सीमावर्ती क्षत्रों में चलाए जा रहे सीमा आपदा राहत केन्द्रों पर लोगों की प्रिलीमनरी स्क्रीनिंग कराकर उनके गंतव्य जिलों तक पहुंचाया जाएगा. जहां उन्हें प्रखंड स्तरीय क्वारंटाईन केन्द्र में रखा जाएगा. क्वारंटाईन केन्द्र में भोजन और आवासन की सुविधा मुफ्त होगी. इस पूरे प्रक्रिया में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा. बाहर से आने वाले लोगों के लिए ब्लॉक स्तर पर 1000 भवनों को चिन्हित भी किया गया है.

'75 लाख 72 हजार घरों का सर्वे'
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में अब तक डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग के तहत अब तक 75 लाख 72 हजार घरों के सर्वेक्षण किए जा चुके हैं. जिनमें 31 सौ 80 लोगों में बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ लक्षण पाए गए.

'11 करोड़ 51 लाख फाइन वसूली'
एडीजी पुलिस ने जितेन्द्र कुमार ने कहा कि पूरे प्रदेश में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों में जो अवरोध पैदा कर रहा हैं उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में 25 एफआरआई दर्ज किए गए हैं. 41 गिरफ्तारियां हुई हैं और 17 सौ 72 वाहन जब्त किए गए है. उन्होंने बताया कि अब तक लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों से 11 करोड़ 51 लाख फाइ न के रूप में वसूली की गई है.

पटना: सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जनकारी दी. अनुपम कुमार ने कहा बिहार में 203 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिसका लाभ 72 हजार से ज्यादा लोग उठा रहे हैं. वहीं, अपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि ब्लॉक स्तर पर 1000 भवन को चिन्हित किया गया है. जहां बाहर से आने वाले लोगों को कोरोनटाइन किया जाएगा. अन्य प्रदेश से आने वाले लोगों की बिहार की सीमा पर हेल्थ जांच की जाएगी. जिसके बाद उसे प्रदेश में प्रवेश करने दिया जाएगा.

'28 लाख 29 हजार लोगों ने किया आवेदन'
सूचना जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि पंचायत स्तर पर स्थित 14 सौ 13 क्वारेंटाईन सेंटर में 13 हजार 03 सौ लोग आवासित हैं. जिन्हें भोजन और चिकित्सीय सुविधा मुहैया करायी जा रही है. लॉक डाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के लोगों के अब तक 28 लाख 29 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं. जिनमें से 17 लाख 69 हजार आवेदकों के खाते में 1000 रूपये की राशि भेज दी गई है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार फाउंडेशन के जरिये बिहार के बाहर फंसे 9 राज्यों में 55 राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिससे 13 लाख 74 हजार लोग लाभान्वित हो रहे हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'सीमा पर जांच के बाद ही प्रवेश'
आपदा प्रबंधन विभाग के नोडल पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहा कि सीमावर्ती क्षत्रों में चलाए जा रहे सीमा आपदा राहत केन्द्रों पर लोगों की प्रिलीमनरी स्क्रीनिंग कराकर उनके गंतव्य जिलों तक पहुंचाया जाएगा. जहां उन्हें प्रखंड स्तरीय क्वारंटाईन केन्द्र में रखा जाएगा. क्वारंटाईन केन्द्र में भोजन और आवासन की सुविधा मुफ्त होगी. इस पूरे प्रक्रिया में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा. बाहर से आने वाले लोगों के लिए ब्लॉक स्तर पर 1000 भवनों को चिन्हित भी किया गया है.

'75 लाख 72 हजार घरों का सर्वे'
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में अब तक डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग के तहत अब तक 75 लाख 72 हजार घरों के सर्वेक्षण किए जा चुके हैं. जिनमें 31 सौ 80 लोगों में बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ लक्षण पाए गए.

'11 करोड़ 51 लाख फाइन वसूली'
एडीजी पुलिस ने जितेन्द्र कुमार ने कहा कि पूरे प्रदेश में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों में जो अवरोध पैदा कर रहा हैं उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में 25 एफआरआई दर्ज किए गए हैं. 41 गिरफ्तारियां हुई हैं और 17 सौ 72 वाहन जब्त किए गए है. उन्होंने बताया कि अब तक लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों से 11 करोड़ 51 लाख फाइ न के रूप में वसूली की गई है.

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