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बेउर जेल में आने वाले नए कैदियों के लिए बनाए गए हैं 7 नए वार्ड, एहतियात के तौर पर उठाए जा रहे कई कदम

जेल एसपी जवाहरलाल प्रभाकर ने बताया कि बहुत कम लोगों को ई- एप के बारे में जानकारी है. इस वजह से मुलाकाती अभी भी बड़ी संख्या में जेल गेट के पास पहुंच रहे हैं. ऐसे लोगों को ई- मुलाकाती एप के बारे मे जानकारी देकर. उनकी मुलाकात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जेल में बंद कैदियों से मुलाकात करवाई जा रही है.

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Published : Apr 10, 2020, 5:35 PM IST

बेउर जेल
बेउर जेल

पटना: राजधानी स्तिथ बेउर जेल में बंद कैदियों की मुलाकात उनके परिजनों से ई-मुलाकाती एप के माध्यम से करवाई जा रही है. इस मामले पर बेउर जेल एसपी जवाहरलाल प्रभाकर ने बताया कि यहां पर प्रतिदिन लगभग 70 से 75 कैदियों को जेल में लाया जाता था. लेकिन वर्तमान हालात में केवल 4 से 5 कैदी जेल में आ रहे हैं. यहां पर आने वाले कैदियों को पहले 14 दिनों तक अलग वार्ड में रखा जाता है. इसके बाद उन्हें सामान्य वार्ड में रखा जाता है.

'जेल में बनाए गए है 7 नए वार्ड'
जेल एसपी जवाहरलाल प्रभाकर ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर बेउर जेल प्रशासन एहतियात के तौर पर हर संभव कदम उठा रही है. उन्होंने बताया कि संक्रमण के खतरे को दखते हुए जेल में अलग से 7 नए वार्ड बनाए गए है. नए कैदियों को पहले 14 दिनों तक इन्हीं वार्ड में रखा जता है. इस वजह से पहले से जेल में रह रहे कैदियों की नए कैदियों से संपर्क नहीं हो पाता है. जिससे संक्रमण का खतरा लगभग कम हो जाता है. उन्होंने बताया कि 14 दिनों तक नए वार्ड में सबकुछ सामान्य रहने पर ही नए कैदियों को वार्ड से अन्य सामान्य वार्ड में भेजा जाता है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

परिजनों की मुलाकात ई-एप पर करवाई जा रही
जेल एसपी ने बताया कि पहले सैकड़ो कैदियों के परिजन बंदियों से मुलाकात करने के लिए बेउर जेल पहुंचते थे. लेकिन, लॉकडाउन के वजह से फिलहाल कैदियों और मुलाकातियों पर रोक लगाई गई है. हालाकि, बहुत कम लोगों को ई- एप के बारे में जानकारी है. इस वजह से मुलाकाती अभी भी बड़ी संख्या में जेल गेट के पास पहुंच रहे हैं. ऐसे लोगों को ई- मुलाकाती एप के बारे मे जानकारी देकर उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जेल में बंद कैदियों से मुलाकात करवाई जा रही है. जेल एसपी ने बताया कि संक्रमण को खतरे को देखते हुए जेल परिसर को पूरी तरह से सेनिटाइज भी करवाया गया है. नए कैदियों के जेल में प्रवेश से पहले ही उन्हें गेट पर ही सेनिटाइज करवाया जा रहा है. बंदियों के हाथ-पैर अच्छे से धुलवाने के बाद ही उन्हें जेल के अंदर प्रवेश करवाया जा रहा है.

पटना: राजधानी स्तिथ बेउर जेल में बंद कैदियों की मुलाकात उनके परिजनों से ई-मुलाकाती एप के माध्यम से करवाई जा रही है. इस मामले पर बेउर जेल एसपी जवाहरलाल प्रभाकर ने बताया कि यहां पर प्रतिदिन लगभग 70 से 75 कैदियों को जेल में लाया जाता था. लेकिन वर्तमान हालात में केवल 4 से 5 कैदी जेल में आ रहे हैं. यहां पर आने वाले कैदियों को पहले 14 दिनों तक अलग वार्ड में रखा जाता है. इसके बाद उन्हें सामान्य वार्ड में रखा जाता है.

'जेल में बनाए गए है 7 नए वार्ड'
जेल एसपी जवाहरलाल प्रभाकर ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर बेउर जेल प्रशासन एहतियात के तौर पर हर संभव कदम उठा रही है. उन्होंने बताया कि संक्रमण के खतरे को दखते हुए जेल में अलग से 7 नए वार्ड बनाए गए है. नए कैदियों को पहले 14 दिनों तक इन्हीं वार्ड में रखा जता है. इस वजह से पहले से जेल में रह रहे कैदियों की नए कैदियों से संपर्क नहीं हो पाता है. जिससे संक्रमण का खतरा लगभग कम हो जाता है. उन्होंने बताया कि 14 दिनों तक नए वार्ड में सबकुछ सामान्य रहने पर ही नए कैदियों को वार्ड से अन्य सामान्य वार्ड में भेजा जाता है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

परिजनों की मुलाकात ई-एप पर करवाई जा रही
जेल एसपी ने बताया कि पहले सैकड़ो कैदियों के परिजन बंदियों से मुलाकात करने के लिए बेउर जेल पहुंचते थे. लेकिन, लॉकडाउन के वजह से फिलहाल कैदियों और मुलाकातियों पर रोक लगाई गई है. हालाकि, बहुत कम लोगों को ई- एप के बारे में जानकारी है. इस वजह से मुलाकाती अभी भी बड़ी संख्या में जेल गेट के पास पहुंच रहे हैं. ऐसे लोगों को ई- मुलाकाती एप के बारे मे जानकारी देकर उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जेल में बंद कैदियों से मुलाकात करवाई जा रही है. जेल एसपी ने बताया कि संक्रमण को खतरे को देखते हुए जेल परिसर को पूरी तरह से सेनिटाइज भी करवाया गया है. नए कैदियों के जेल में प्रवेश से पहले ही उन्हें गेट पर ही सेनिटाइज करवाया जा रहा है. बंदियों के हाथ-पैर अच्छे से धुलवाने के बाद ही उन्हें जेल के अंदर प्रवेश करवाया जा रहा है.

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