पटना: बिहार में कोरोना एक बार फिर से रफ्तार पकड़ते हुए नजर आ रहा है. बीते 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के 7 नए मामले सामने आए हैं. इसमें तीन मरीज पटना में और तीन मरीज गया में मिले हैं. इसके अलावा एक मरीज दरभंगा में मिली है. इसमें अच्छी बात यह है कि सभी संक्रमण के हल्के लक्षण से पीड़ित हैं.
चार महिलाएं और तीन पुरुष शामिल: कोरोना के 7 नए मरीजों में चार महिलाएं और तीन पुरुष शामिल है. सभी मरीज मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अन्य बीमारी का इलाज करने पहुंचे हुए थे. सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार संक्रमण के लक्षण नजर आने पर जांच कराए गए, जिसमें जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई है.
गया में कोरोना की एन्ट्री: गया जिले में लगभग 6 महीने के बाद कोरोना के नए मामले सामने आए हैं. जो तीन नए मामले सामने आए हैं, सभी की उम्र 20 वर्ष से कम है. सभी का इलाज हो मिसोल्यूशन में चल रहा है और जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए तीनों सैंपल को पटना भेजा गया है. प्रदेश में संक्रमण के अभी के समय 11 एक्टिव मामले हैं.
लगातार हो रही कोरोना जांच: सभी कोरोना मरीज आइसोलेशन में है और संक्रमण के हल्के लक्षण से ही पीड़ित हैं. जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए आईजीआईएमएस में सैंपल का इंतजार किया जा रहा है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जिन्होंने सीक्वेंसिंग काफी खर्चीला होता है, ऐसे में कम से कम 15 से 20 सैंपल की प्रतीक्षा की जा रही है. जैसे इतनी संख्या में सैंपल होंगे, उन्हें जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए मशीन में लगा दिया जाएगा.
कोरोना वैक्सीन है कारगर: वरिष्ठ डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी का कहना है कि कोरोना का नया वेरिएंट बहुत अधिक घातक नजर नहीं आ रहा है. संक्रामकता भी अभी तक अधिक देखने को नहीं मिली है लेकिन लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है. वैक्सीनेशन काफी कारगर साबित हो रहा है. लोगों को डरने की जरूरत नहीं है लेकिन सावधान रहने की आवश्यकता है.
"अगर संक्रमण के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में जाकर अपना जांच कराएं. खुद को आइसोलेट करें और चेहरे पर मास्क का प्रयोग करें."-दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ डॉक्टर
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