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Patna News: मसौढ़ी में 35 राजकीय नलकूप बंद, पटवन को लेकर किसानों की बढ़ी परेशानी - मसौढ़ी प्रखंड मुख्यालय

पटना से सटे मसौढ़ी में 35 राजकीय नलकूप बंद हो चुके हैं. जिस वजह से किसानों की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है. पटवन के समय पर नलकूप बंद होने की वजह से प्रखंड स्तर पर कृषि टास्क फोर्स गठित किया गया है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

मसौढ़ी में 35 राजकीय नलकूप
मसौढ़ी में 35 राजकीय नलकूप
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Published : Aug 10, 2023, 10:43 AM IST

पटना: राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी प्रखंड मुख्यालय में तकरीबन 57 राजकीय नलकूप हैं, जिसमें 35 बंद है. ज्यादातर नलकूपों के मोटर जल जाने से वह बंद हो गए हैं. बताया जा रहा है कि 3 साल पहले ही ग्राम पंचायतों को नलकूप संचालन की जिम्मेदारी दी गई थी. इसके तहत नलकूपों के मरम्मत, रखरखाव पटवन दर तय करना और वसूल करने के लिए स्वयं का तकनीकी कर्मी नियुक्त किया गया था. एक तरफ सरकार कृषि टास्क फोर्स का गठन कर रही है, वहीं बंद पड़े और राजकीय नलकूपों की खोज की जा रही है.

पढ़ें-मसौढ़ी के ज्यादातर इलाकों में वर्षों से सरकारी नलकूप बंद, हर खेत में कैसे पहुंचेगा पानी?

17 पंचायत में 57 नलकूप: मसौढ़ी प्रखंड की बात करें तो यहां पर 57 राजकीय नलकूप हैं, जहां 35 नलकूप बंद पड़े हैं. पिछले कई सालों से यह नलकूप बंद होने से किसानों के बीच पटवन को लेकर परेशानियां बढ़ गई है. नलकूप के खराब होने से सिंचाई को लेकर किसानों को दिक्कत होती है. नहर का लाभ भी किसानों को नहीं मिल पाता है. आहार पाईन भी अतिक्रमण का शिकार हो चुके हैं. मसौढ़ी प्रखंड के 17 पंचायत में 57 नलकूप गांव में लगे हुए है, कुल 35 नलकूप वर्षों से बंद पड़े हुए हैं.

नलकूप में आई तकनीकी खराबी: किसानों की माने तो नलकूप के चालू होने के हालात में सैकड़ों किसान 1000 एकड़ की जमीन में सिंचाई करते थे. 7 साल पहले नलकूप में आई तकनीकी खराबी के बाद आज तक इसे ठीक नहीं किया गया है. खराब हुए नलकूप की मरम्मत को लेकर कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. किसान उक्त राजकीय नलकूप के साथ ही विभिन्न आहर पाइन से भी सिंचाई करते थे लेकिन इन दिनों आहर पाइन नदियां भी सूख चुकी हैं.

22 नलकूप है चालू: अनुमंडल कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार की माने तो पूरे मसौढ़ी प्रखंड में नलकूपों की संख्या 57 हैं. जिसमें 22 चालू हालात में है जो पंचायत स्तर पर चालू है. वहीं 35 नलकूप बंद है. जिसमें कई तरह की शिकायतें आ रही हैं. कई जगहो पर मोटर जला हुआ है तो कई जगहों पर फंडिंग की वजह से उसका मोटर नहीं बन पा रहा है.

"कृषि टास्क फोर्स गठित कर सभी पंचायतों में बंद राजकीय नलकूपो के चालू हालात की अधतन स्थिति का निरीक्षण कर सूची बनाने का निर्देश दिया गया हैं. लगातार विभाग को अद्यतन स्थिति भेजी जा रही हैं. मसौढ़ी प्रखंड में कुल 57 राजकीय नलकूप लगे हैं जिसमें 35 कई कारणों से बंद है और 22 चालू हैं." -राजेश कुमार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, मसौढ़ी

पटना: राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी प्रखंड मुख्यालय में तकरीबन 57 राजकीय नलकूप हैं, जिसमें 35 बंद है. ज्यादातर नलकूपों के मोटर जल जाने से वह बंद हो गए हैं. बताया जा रहा है कि 3 साल पहले ही ग्राम पंचायतों को नलकूप संचालन की जिम्मेदारी दी गई थी. इसके तहत नलकूपों के मरम्मत, रखरखाव पटवन दर तय करना और वसूल करने के लिए स्वयं का तकनीकी कर्मी नियुक्त किया गया था. एक तरफ सरकार कृषि टास्क फोर्स का गठन कर रही है, वहीं बंद पड़े और राजकीय नलकूपों की खोज की जा रही है.

पढ़ें-मसौढ़ी के ज्यादातर इलाकों में वर्षों से सरकारी नलकूप बंद, हर खेत में कैसे पहुंचेगा पानी?

17 पंचायत में 57 नलकूप: मसौढ़ी प्रखंड की बात करें तो यहां पर 57 राजकीय नलकूप हैं, जहां 35 नलकूप बंद पड़े हैं. पिछले कई सालों से यह नलकूप बंद होने से किसानों के बीच पटवन को लेकर परेशानियां बढ़ गई है. नलकूप के खराब होने से सिंचाई को लेकर किसानों को दिक्कत होती है. नहर का लाभ भी किसानों को नहीं मिल पाता है. आहार पाईन भी अतिक्रमण का शिकार हो चुके हैं. मसौढ़ी प्रखंड के 17 पंचायत में 57 नलकूप गांव में लगे हुए है, कुल 35 नलकूप वर्षों से बंद पड़े हुए हैं.

नलकूप में आई तकनीकी खराबी: किसानों की माने तो नलकूप के चालू होने के हालात में सैकड़ों किसान 1000 एकड़ की जमीन में सिंचाई करते थे. 7 साल पहले नलकूप में आई तकनीकी खराबी के बाद आज तक इसे ठीक नहीं किया गया है. खराब हुए नलकूप की मरम्मत को लेकर कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. किसान उक्त राजकीय नलकूप के साथ ही विभिन्न आहर पाइन से भी सिंचाई करते थे लेकिन इन दिनों आहर पाइन नदियां भी सूख चुकी हैं.

22 नलकूप है चालू: अनुमंडल कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार की माने तो पूरे मसौढ़ी प्रखंड में नलकूपों की संख्या 57 हैं. जिसमें 22 चालू हालात में है जो पंचायत स्तर पर चालू है. वहीं 35 नलकूप बंद है. जिसमें कई तरह की शिकायतें आ रही हैं. कई जगहो पर मोटर जला हुआ है तो कई जगहों पर फंडिंग की वजह से उसका मोटर नहीं बन पा रहा है.

"कृषि टास्क फोर्स गठित कर सभी पंचायतों में बंद राजकीय नलकूपो के चालू हालात की अधतन स्थिति का निरीक्षण कर सूची बनाने का निर्देश दिया गया हैं. लगातार विभाग को अद्यतन स्थिति भेजी जा रही हैं. मसौढ़ी प्रखंड में कुल 57 राजकीय नलकूप लगे हैं जिसमें 35 कई कारणों से बंद है और 22 चालू हैं." -राजेश कुमार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, मसौढ़ी

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