पटना: पूरे विश्व के लिए सबसे बड़ी महामारी बनी कोरोनावायरस (Coronavirus) के खिलाफ लड़ाई में देश ने 100 करोड़ के टीकाकरण (Vaccination) के लक्ष्य को पूरा कर लिया. 277 दिनों तक संकल्प के काम के साथ राष्ट्रीय टीकाकरण के उस अभियान को देश के उन तमाम लोगों ने आत्मसात किया, जिनके जरिए देश को कोरोनावायरस मुक्त करना था. 16 जनवरी 2021 को नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने राष्ट्रीय टीकाकरण की शुरुआत की थी. उसके बाद से देश में जिस तरीके की टीकाकरण की रफ्तार चली, 21 अक्टूबर 2021 को भारत ने 100 करोड़ का टीकाकरण का लक्ष्य पूरा कर लिया. अब बात देश के पहले लोकतंत्र वाले राज्य बिहार की करें तो देश को यह सौगात और बिहार को यह सौभाग्य उस तारीख को मिला है, जिस दिन बिहार नीतियों वाले सदन का शताब्दी समारोह मना रहा है और देश के प्रथम व्यक्ति महामहिम राष्ट्रपति बिहार की धरती पर हैं. यह बिहार के लिए किसी बड़े सौभाग्य से कम की बात नहीं है कि देश ने जिस दिन इतिहास में उस अंक को लिख दिया, जो देश को बचाने के लिए जरूरी है अपने आप में ऐतिहासिकता का प्रमाण है.
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सामाजिक व्यवस्था और मानव जीवन को ठीक ढंग से चलाने के लिए कोरोनावायरस जरूरी है. लॉकडउन के बाद जिस तरह की स्थिति पूरे विश्व की बनी थी और कोरोना ने पूरे विश्व में जिस तरीके से कहर बरपाया था, उसे हिंदुस्तान भी हिल गया था लेकिन संकल्प पूरे देश ने किया था कि कोरोनावायरस से जीतना है. जीतने की जिस जंग को देश ने ठान लिया, उसी का परिणाम है कि हमारा देश 100 करोड़ी हो गया है. 100 करोड़ लोगों को टीका दे दिया गया है. अब कोरोनावायरस को देश से एक साथ खत्म करना होगा, जिससे फिर देश में कोरोनावायरस का कोई असर न दिखे. इसके लिए देश संकल्पित होकर आगे बढ़ रहा है तो कदम से कदम मिलाकर बिहार भी चल रहा है. बिहार की कुल आबादी के आधी हिस्सेदारी तक टीकाकरण लगभग पूरा कर लिया गया है. सरकार के आंकड़े की बात करें तो आज की तारीख में बिहार में 6 करोड़ 33 लाख लोगों का टीकाकरण पूरा कर लिया गया है.
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Mangal Pandey) ने कहा कि राज्य के लिए सौभाग्य की बात है कि हम लोगों ने जो लक्ष्य रखा था, उसे हम तेजी से पूरा कर रहे हैं. देश ने 100 करोड़ का टारगेट पूरा किया तो बिहार ने भी अपने लिए टीकाकरण के लिए रखे लक्ष्य को पूरा करने के लिए पूरा दम लगा रखा है. बस संकल्प इसी बात का लेना है कि कोरोना को हराना है. इसे हराने के लिए वह हर काम करना है, जो देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता के लिए जरूरी है. यह कोरोनावायरस को मारने के लिए आवश्यक भी है.
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स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि हम लोगों ने छह करोड़ का लक्ष्य रखा था, लेकिन जो तारीख है और जो रफ्तार है उससे यही लग रहा है कि हम लोग 6 करोड़ 33 लाख तक पहुंच जाएंगे. यह बताता है कि बिहार भी संकल्पित होकर कोरोना को हराने के लिए पूरे तौर पर तत्पर है. इस तत्परता की जरूरत भी है. बिहार मूल्यों की वह धरती है, जो संकल्प के आधार पर चलती है और यही वजह है कि बिहार ने भी कोरोनावायरस के लिए अपने लक्ष्य का तेजी से पीछा किया है.
अब जरूरत इस बात की है कि देश ने 277 दिन में सौ करोड़ लोगों का टीकाकरण कर लिया. कोरोना को रोकने के लिए जिन चीजों की जरूरत है, उसे सभी को करना है और बिहार को यह सौभाग्य उस दिन मिला, जिस दिन बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह का 100 साल पूरा हुआ है. बिहार के लिए संकल्प लेना है, क्योंकि इस संकल्प के अलावा कोई विकल्प नहीं है. अगर कोरोनावायरस है तो यह संकल्प लेना होगा कि हर हाल में टीकाकरण सौ फीसदी पूरा हो.
बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह पर यह संकल्प भी यहां के नेताओं ने लिया है कि हम बेहतर बिहार बनाएंगे तो बिहार के लोगों को यह संकल्प लेना है कि बेहतर बिहार बने, इसके लिए कोरोनावायरस को जिस दिन हराएंगे असली जीत उस दिन होगी. बिहार में टीकाकरण के लिए लिख दिया जाएगा कि 100% टीकाकरण बिहार में हो गया और इस लक्ष्य के लिए बिहार को संकल्पित होकर तेजी से काम करने की जरूरत है, तभी तो कोरोनावायरस से बिहार जीतेगा.