पटना: बिहार की राजधानी पटना स्थित प्रसिद्ध महावीर मंदिर की दान पेटियों से बुधवार को 2000 के केवल चार नोट निकले हैं. साप्ताहिक गिनती में औसत से भी कम दो हजार के नोट निकले. दो हजार के नोट के संबंध में रिजर्व बैंक के नये दिशा-निर्देश के बाद पहला अवसर था, जब दानपेटियों को खोला गया. बुधवार को हनुमानजी के गर्भगृह के सामने और प्रथम तल पर विराट रामायण मन्दिर के माॅडल को मिलाकर कुल चार मुख्य दानपेटियों में जमा दान की राशि की गणना की गयी.
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पिछली कुछ गिनती में इस बार सबसे कम निकले 2000 के नोट: आज से पहले 17 और 18 मई को दानपेटियों को खोला गया था. तब दो हजार के कुल छह नोट मिले थे. जनवरी 2023 से अब तक 26-27 अप्रैल को गिनती में दो हजार सबसे ज्यादा 25 नोट मिले थे. इससे पहले 25 व 26 जनवरी को दो हजार रुपये के 10 नोट दानपेटियों से निकले थे. महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि महावीर मन्दिर में सामान्यतया जनसाधारण वर्ग के श्रद्धालु आते हैं. वहीं लोग महावीर मन्दिर में श्रद्धापूर्वक एक रुपये से लेकर 10, 20, 50 और 100, 200 व 500 रुपये तक दानपेटियों में डालते हैं.
"महावीर मन्दिर में सामान्यतया जनसाधारण वर्ग के श्रद्धालु आते हैं. वहीं लोग महावीर मन्दिर में श्रद्धापूर्वक एक रुपये से लेकर 10, 20, 50 और 100, 200 व 500 रुपये तक दानपेटियों में डालते हैं. श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने के कारण छोटा दान भी बड़ी राशि के रूप में महावीर मन्दिर को प्राप्त होती है. अलग से दान देनेवालों से 10 हजार रुपये से अधिक नकद नहीं ली जाती है. उससे अधिक की दान राशि चेक या अन्य वैध माध्यमों से ही ली जाती है" -आचार्य किशोर कुणाल, सचिव, महावीर मंदिर न्यास
छोटे दान से भी आता है बड़ी राशि: श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने के कारण छोटा दान भी बड़ी राशि के रूप में महावीर मन्दिर को प्राप्त होती है. अलग से दान देनेवालों से 10 हजार रुपये से अधिक नकद नहीं ली जाती है. उससे अधिक की दान राशि चेक या अन्य वैध माध्यमों से ही ली जाती है. आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि बिहार के बड़े धनकुबेरों ने महावीर मन्दिर एवं इसकी संस्थाओं को दान अथवा आर्थिक सहयोग नहीं के बराबर दिया है.
राशि की गणना का बनता है विस्तृत चार्ट: सचिव ने बताया कि दानपेटियों से निकली राशि की गणना का विस्तृत डाटा उपलब्ध है. महावीर मन्दिर में दानपेटियों से निकलने वाली राशि की गणना के क्रम में एक चार्ट तैयार किया जाता है. उसमें यह दर्ज होता है कि किस दान पेटी से कितने रुपये के कितने सिक्के और कितने नोट निकले. आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि दानपेटियों की राशि का इस प्रकार विस्तृत डाटा शायद ही किसी धर्म स्थान में तैयार किया जाता है.दानपेटियों की गणना सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में पारदर्शी तरीके से होती है.गिनती के बाद पूरे डाटा को कम्प्यूटर में दर्ज किया जाता है. महावीर मन्दिर में अभी कुल 26 दानपेटियां हैं. उनमें से 4 प्रमुख दानपेटियों की गणना बुधवार को हुई. शेष 22 छोटी दानपेटियों की गणना गुरुवार को होगी.