पटना: कोरोना संक्रमण के मद्देनजर रेल कर्मियों की सुरक्षा को लेकर पटना जंक्शन पर काफी कुछ बदलाव किए गए हैं. इसी के तहत पूछताछ केंद्र के पास 2 लेयर के शीशे लगाए गए हैं. ताकि पूछताछ केंद्र पर बैठे रेलकर्मी सुरक्षित रह सकें. इसके साथ ही पटना जंक्शन पर यात्रियों के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग गेट की भी व्यवस्था की गई है.
पटना जंक्शन पर संक्रमण से बचाव को लेकर तमाम एहतियात बरते जा रहे हैं. लेकिन प्लेटफार्म पर कहीं भी कोई मेडिकल टीम की तैनाती नहीं है. जहां ट्रेन से उतरने के बाद अगर किसी यात्री को फ्लू संबंधी शिकायत हो तो वे अपना चेकअप करा सकें.
फ्लू से संबंधित शिकायत करने पर होगी जांच
हालांकि पटना जंक्शन के स्टेशन निदेशक डॉ. नीलेश कुमार ने बताया कि पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर डिप्टी एसएम कमर्शियल और डिप्टी स्टेशन सुपरिटेंडेंट का कार्यालय 24 घंटे खुला रहता है. तीनों शिफ्ट में यहां लोग मौजूद रहते हैं. यहां जिन यात्रियों को फ्लू से संबंधित शिकायत होगी. वे यात्री चेकअप कराने जा सकते हैं.
कई जगहों पर लगाए गए 2 लेयर के शीशे
स्टेशन निदेशक डॉ. नीलेश कुमार ने बताया कि संक्रमण से एहतियात के तौर पर रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार सभी ओपन आउटलेट, जहां रेल कर्मियों का यात्रियों से ज्यादा इंटरेक्शन होता है. वहां 2 लेयर के शीशे लगाए जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड की तरफ से यह निर्देश आया था कि जो व्यक्ति पूछताछ केंद्र पर बैठा रहता है. उसे संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा हो सकता है. इसी को लेकर यह कदम उठाया गया है.
4 नंबर गेट को किया गया ओपन
डॉ. नीलेश कुमार ने बताया कि इसके साथ ही पटना जंक्शन पर पूर्व में जो यात्रियों के प्रवेश और निकास के लिए महावीर मंदिर छोड़ का मात्र एक गेट नंबर 3 ही खुला हुआ था. लेकिन जब से सामान्य ट्रेनों का परिचालन पटना जंक्शन से शुरू हुआ है. गेट नंबर 4 को भी ओपन कर दिया गया है और महावीर मंदिर छोड़कर गेट नंबर 3 से यात्री प्लेटफॉर्म पर प्रवेश करेंगे. वहीं, ट्रेन से उतरने के बाद स्टेशन परिसर से बाहर निकालने के लिए गेट नंबर 4 यात्रियों के लिए खोल दिया गया है.