पटनाः स्वास्थ्य विभाग ने बिहार सरकार की ओर से कोरोना से निपटने के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज को कोरोना अस्पताल बनाया है. जहां डॉक्टरों ने इस बीमारी को चुनौती मानते हुए इस संस्थान को नं. 1 बनाने के लिए पूरी मेहनत लगा दी. इसी का नतीजा है कि बड़ी संख्या में मरीज ठीक भी हो रहे हैं. गुरुवार को 17 लोग कोरोना की जंग जीतकर अपने-अपने घर लौट गए हैं. यहां कुल ठीक हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 51 हो गई है.
17 मरीजों ने जीती कोरोना से जंग
कोरोना जैसी महमारी से जंग जीतने के बाद इन लोगों के चेहरे पर गजब की खुशी दिख रही थी. सभी ने नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों को बधाई देते हुए कहा, 'धन्यवाद डॉ. साहब! आखिर कोरोना को हमने और आपने मिलकर हरा ही दिया.' वहीं, तमाम कोरोना सर्वाइवर्स ने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण भले ही बढ़ रहा हो, लेकिन अब डरने की जरूरत नहीं है. सतर्क और होशियार रहें, सोशल डिस्टेंस का पालन करें.
कोरोना से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस का करें पालन
वहीं, डॉ. अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि कोरोना से ठीक होकर जाने वाले मरीजों को सम्मान दें, उनका अपमान न करें, कोरोना से घबराये नहीं, उसका डटकर मुकाबला करें. कोई भी वस्तु को खाली हाथ से न छुएं और सतर्क रहें, दूर रहें. बस इसी का पालन कर कोरोना को भगाएं