पटना: पिछले 24 घंटे में बिहार में डेंगू के 158 नए मामले मिले हैं. इसमें पटना में सर्वाधिक 52 नए मामले मिले हैं. प्रदेश में पटना के अलावा भागलपुर, सारण, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुंगेर, वैशाली जैसे प्रदेश के सभी जिले डेंगू से प्रभावित हैं. प्रदेश में डेंगू के कुल ज्ञात मामलों की संख्या 15162 हो चुकी है. इसमें पटना में ही डेंगू मरीजों की संख्या 6917 हो गई है. प्रदेश में अक्टूबर महीने में डेंगू के मामले कम होने की बजाय अब तक 8427 मरीज मिले हैं.
पटना में सबसे अधिक डेंगू के मरीज: पटना में डेंगू के मामले बढ़ने के साथ-साथ गंभीर मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ी है. पटना के चारों सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुल 84 मरीजों का इलाज चल रहा है. एम्स पटना में 26 मरीज, आईजीआईएमएस में 15 मरीज, पीएमसीएच में 18 मरीज और एनएमसीएच में 25 मरीज एडमिट हैं. इसके अलावा विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में 40 से अधिक डेंगू मरीज एडमिट हैं.
260 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती: वहीं पूरे प्रदेश की बात करें तो प्रदेश के 12 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुल 260 एडमिट मरीजों का इलाज चल रहा है. जिसमें भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सर्वाधिक 70 मरीज एडमिट हैं. इसके अलावा पावापुरी मेडिकल कॉलेज में 32 डेंगू मरीज, गया के मगध मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 24 मरीज एडमिट हैं.
क्या कहते हैं डॉक्टर?: डेंगू के बढ़ते हुए मामले को देखते हुए पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी ने बताया है कि ठंड की शुरुआत होने पर ही डेंगू के मामले कम होने के आसार बन रहे हैं. अगले 15 दिनों में डेंगू के मामलों में थोड़ी कमी आएगी लेकिन अभी पटना में डेंगू काफी अधिक फैल चुका है, इस वजह से डेंगू का संक्रमण दर अधिक है. लोगों को डेंगू से बचने के लिए जरूरी है कि अपने आसपास पानी का जमाव नहीं होने दे और स्वच्छता का ख्याल रखें.
"डेंगू में शरीर के अंदर प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है. शरीर में इलेक्ट्रोलाइट लेवल कम हो जाता है, इसलिए शरीर को हाइड्रेटेड रखें. प्रचुर मात्रा में पानी पिएं और ताजा सुपाच्य भोजन ही सेवन करें. डेंगू फीवर यदि चढ़ता है तो पेरासिटामोल का सेवन करें और बुखार को अधिक देर तक शरीर में रहने नहीं दें. मौसमी फलों का सेवन करें"- डॉ. दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक
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