पटना: पटना हाईकोर्ट में फिजिकल कोर्ट के शुरू होने के बाद केसों की सुनवाई में बहुत तेजी नहीं आ पाई है. करोना महामारी और जजों की कमी के चलते अग्रिम जमानत याचिकाओं की सुनवाई काफी कम हो रही है. रजिस्ट्रार लिस्ट के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार अग्रिम जमानत मामले को सूचीबद्ध नहीं किए जाने का आदेश मिला है.
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ऐसे में अभियुक्तों को जाना पड़ सकता है जेल
उच्च न्यायालय में ऐसा पहली बार हुआ है कि एंटीसिपेटरी बेल की सुनवाई काफी कम हो रही है. मामले की सुनवाई में कटौती किए जाने के बाद स्थिति और भी बद से बदतर होती जा रही है. अग्रिम जमानत नहीं मिल पाने के कारण कई अभियुक्तों को जेल जाना पड़ रहा है. फिलहाल प्रत्येक जज 35 से अधिक मामले की सुनवाई नहीं करते हैं. जमानत मामले की संख्या 12,000 से अधिक पहुंच चुकी है.
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वहीं, हाईकोर्ट की रजिस्ट्री ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल अग्रिम जमानत के 7300 मामले लंबित हो गए हैं. जबकि नियमित जमानत के 5200 मामले सुनवाई के लिए लंबित हैं. करीब 2200 ऐसे मामले हैं जिनका अभी तक स्टांप रिपोर्टिंग नहीं हो पाया है. दूसरी तरफ हर दिन केस बड़ी संख्या में फाइल हो रहे हैं.