नवादाः पूरा बिहार ठंड की चपेट में है. नवादा में पारा 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है. लगाता बढ़ती ठंड और कोहरे से जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित है. सबसे ज्यादा परेशानी गरीब और बेघरों को है. जो इस कड़ाके की ठंड में भी खुले आसमान के नीचे सोने को विवश है. जिला प्रशासन की और से अब तक कंबल का वितरण नहीं हो सका है.
सरकार से कोई मदद नहीं
स्थानीय बुजूर्ग बेदामी देवी ने कहा कि उनका बेटा कमाने के लिए परदेस चला गया है. वो परिवार के साथ वहां ही रहता है. वो यहां अकेली रहती हूं. ना खाने को कुछ है और ना ही ठंड से बचने के लिए कपड़े. उन्होंने कहा कि सरकार से भी कोई मदद नहीं मिल रही है. सुक्की मांझी ने कहा कि ठंड बहुत बढ़ गया है. जिला प्रशासन से ना तो कंबल मिला है और ना ही अलाव की व्यवस्था की गई है. लोग अपने स्तर से अलाव जला रहे हैं.
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नहीं खरीदा हो सका है कंबल
बता दें कि जिला प्रशासन ने कंबल बांटने की जिम्मेदारी सामाजिक सुरक्षा कोषांग को दिया है. कंबल के लिए राशि भी आवंटित हो गई है लेकिन अभी तक कंबल की खरीद नहीं हो सकी है. जबकि आपदा विभाग ने 10 दिसंबर को ही निर्देश दे चुकी है. गरीब और वंचितों के लिए कंबल खरीदने के लिए 3 लाख 50 हजार रुपये की राशि आवंटित की गई है.