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वारिसलीगंज थाना के जमादार मुन्नी लाल पासवान रिश्वत मामले में गिरफ्तार, SP ने की कार्रवाई

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Published : Oct 25, 2022, 10:35 PM IST

नवादा में रिश्वतखोरी के मामले में जमादार गिरफ्तार (Jamadar arrested for bribery in Nawada) हुआ है. एसपी डॉ गौरव मंगला के आदेश पर ये कार्रवाई की गई है. जमादार के खिलाफ कई दिनों से शिकायत मिल रही थी. जांच के बाद ये कार्रवाई की गई है. पढ़ें पूरी खबर.

रिश्वतखोरी के मामले में जमादार गिरफ्तार
रिश्वतखोरी के मामले में जमादार गिरफ्तार

नवादा: बिहार के नवादा में एसपी डॉ गौरव मंगला (Nawada SP Dr Gaurav Mangla) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कठोर कदम उठाया है. उन्होंने वारिसलीगंज थाना में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक (जमादार) मुन्नी लाल पासवान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. जमादार को भ्रष्टाचार और बालू दारू माफिया को संरक्षण देने, रिश्वतखोरी करने, विभागीय निर्देशों के खिलाफ काम करने के आरोपों में निलंबित करते हुए गिरफ्तारी का आदेश दिया है. उन्होंने के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.

ये भी पढ़ें- UP पुलिस को बिहार में शराब लेकर चलना पड़ा महंगा, महाबोधि मंदिर में घुसते ही पुलिस ने किया गिरफ्तार

क्या है पूरा मामला : एसपी द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि जमादार के विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. जांच में ऑडियो वीडियो साक्ष्य के रूप में प्राप्त हुआ. जिसके बाद उनके खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई और गिरफ्तारी की गई. इसके पहले पकरीबरावां के एसडीपीओ महेश चौधरी द्वारा आरोपों की जांच की गई. रिपोर्ट पर पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव द्वारा की गई.

रिश्वतखोरी के मामले में जमादार गिरफ्तार: जमादार पर आरोप है कि थाना क्षेत्र के शराब और बालू माफिया से साठ-गांठ उनकी थी. पुलिस की गतिविधि की सूचना देकर अवैध शराब का धंधा सहयोग करता था. पुलिस कार्रवाई के संबंध में पूर्व में सूचना दे दिया करता था. जबकि आरोपित माफिया एक कांड में फरार चल रहा था. जो वीडियो मिला है उसमें जमादार माफिया से रिश्वत लेते हुए पाए गए. एक और मामला पब्लिक का भी आया था. जिसमें दो बाइक सवारों को पकड़कर तो किसी कांड में फंसा कर जेल भेजने की धमकी देकर 50 हजार रुपए की मांग किया गया था. परिजनों द्वारा रिश्वत दिए जाने के बाद उसे छोड़ा गया था. जिसका ऑडियो क्लिप भी एसपी के पास पहुंच गया था.

एसपी ने एसडीपीओ पकरीबरावां से मामले की प्रारंभिक जांच कराई. रिपोर्ट एवं वीडियो क्लिप के आधार शिकायत सत्य पाते हुए कार्रवाई की गई. जमादार के खिलाफ जो वीडियो मिला उसमें वे वर्दी में फरार अपराधी राकेश सिंह, पिता अशोक सिंह ग्राम मंजौर से रूपये लेते दिखाई पर रहे थे.

माफिया के खिलाफ पूर्व से कई मामले दर्ज : राकेश सिंह के खिलाफ शराब और बालू से संबंधित 3 मामले थाना में पहले से दर्ज था. इस मामले में वह अब भी फरार चल रहा है. एसडीपीओ की रिपोर्ट के आधार पर जमादार मुन्नी लाल पासवान और राकेश उर्फ डब्बू सिंह के विरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत वारिसलीगंज थाना में मामला दर्ज किया गया. जमादार को कांड में गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके अलावा दूसरे आरोप की जांच में थाना अभिलेख और ऑडियो से रंगदारी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आगे की कार्रवाई की जा रही है.

जमादार के खिलाफ एसपी को मिली थी शिकायत: एसपी के अनुसार, जमादार मुनीलाल पासवान के विरुद्ध पूर्व में भी शिकायतें मिली थी. एसपी का मानना है कि जमादार का कार्य विभागीय उद्देश्य के प्रतिकूल काम करने वाला अधिकारी प्रतीत होता है. अवैध शराब में बालू धंधे में लिप्त माफिया से मिलीभगत व अवैध धंधे में उनका सहयोग करना सही नहीं है. उनका कार्य मद्य निषेध विभाग की प्राथमिकता को विफल बनाने के लिए प्रयासरत होना पाया गया है.

एसपी की सख्त चेतावनी : एसपी गौरव मंगला ने साफ कहा कि पुलिस मुख्यालय द्वारा लगातार लंबित कांडों के निष्पादन और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया जाता है. अपराध नियंत्रण पर लगाम लगाने के लिए ऐसे माफिया की गिरफ्तारी आवश्यक है. भविष्य में ऐसे कुकृत्य में शामिल पाए जाने वाले पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की चेतावनी एसपी द्वारा दी गई है. इधर फरार चल रहे अभियुक्त राकेश सिंह की गिरफ्तारी के लिए भी विशेष टीम का गठन किया गया है.

पूर्व में भी हुई है कार्रवाई : बता दें कि बालू माफिया से साठ-गांठ में इसके पहले नगर थाना के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर विजय कुमार सिंह सहित 3 अफसर निलंबित किए गए हैं. इसके पहले रोह के थानाध्यक्ष रवि भूषण सहित 5 पुलिसकर्मी भी निलंबित किए गए थे. थाने में जब्त 2 ट्रकों को छोड़ने में रोह थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की गाज गिरी थी. नगर थानाध्यक्ष सहित 3 अफसर जब्त बालू लदा ट्रैक्टर को छोड़ने में नपे थे. बहरहाल एसपी की कार्रवाई से महकमे में हड़कंप मचा है. बता दें कि गिरफ्तार जमादार मुन्नी लाल पासवान जिला पुलिस एसोसियेशन के सचिव भी हैं.

ये भी पढ़ें- नकली पुलिस बन कर लोगों को करते थे गुमराह, पुलिस ने किया गिरफ्तार

नवादा: बिहार के नवादा में एसपी डॉ गौरव मंगला (Nawada SP Dr Gaurav Mangla) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कठोर कदम उठाया है. उन्होंने वारिसलीगंज थाना में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक (जमादार) मुन्नी लाल पासवान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. जमादार को भ्रष्टाचार और बालू दारू माफिया को संरक्षण देने, रिश्वतखोरी करने, विभागीय निर्देशों के खिलाफ काम करने के आरोपों में निलंबित करते हुए गिरफ्तारी का आदेश दिया है. उन्होंने के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.

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क्या है पूरा मामला : एसपी द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि जमादार के विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. जांच में ऑडियो वीडियो साक्ष्य के रूप में प्राप्त हुआ. जिसके बाद उनके खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई और गिरफ्तारी की गई. इसके पहले पकरीबरावां के एसडीपीओ महेश चौधरी द्वारा आरोपों की जांच की गई. रिपोर्ट पर पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव द्वारा की गई.

रिश्वतखोरी के मामले में जमादार गिरफ्तार: जमादार पर आरोप है कि थाना क्षेत्र के शराब और बालू माफिया से साठ-गांठ उनकी थी. पुलिस की गतिविधि की सूचना देकर अवैध शराब का धंधा सहयोग करता था. पुलिस कार्रवाई के संबंध में पूर्व में सूचना दे दिया करता था. जबकि आरोपित माफिया एक कांड में फरार चल रहा था. जो वीडियो मिला है उसमें जमादार माफिया से रिश्वत लेते हुए पाए गए. एक और मामला पब्लिक का भी आया था. जिसमें दो बाइक सवारों को पकड़कर तो किसी कांड में फंसा कर जेल भेजने की धमकी देकर 50 हजार रुपए की मांग किया गया था. परिजनों द्वारा रिश्वत दिए जाने के बाद उसे छोड़ा गया था. जिसका ऑडियो क्लिप भी एसपी के पास पहुंच गया था.

एसपी ने एसडीपीओ पकरीबरावां से मामले की प्रारंभिक जांच कराई. रिपोर्ट एवं वीडियो क्लिप के आधार शिकायत सत्य पाते हुए कार्रवाई की गई. जमादार के खिलाफ जो वीडियो मिला उसमें वे वर्दी में फरार अपराधी राकेश सिंह, पिता अशोक सिंह ग्राम मंजौर से रूपये लेते दिखाई पर रहे थे.

माफिया के खिलाफ पूर्व से कई मामले दर्ज : राकेश सिंह के खिलाफ शराब और बालू से संबंधित 3 मामले थाना में पहले से दर्ज था. इस मामले में वह अब भी फरार चल रहा है. एसडीपीओ की रिपोर्ट के आधार पर जमादार मुन्नी लाल पासवान और राकेश उर्फ डब्बू सिंह के विरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत वारिसलीगंज थाना में मामला दर्ज किया गया. जमादार को कांड में गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके अलावा दूसरे आरोप की जांच में थाना अभिलेख और ऑडियो से रंगदारी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आगे की कार्रवाई की जा रही है.

जमादार के खिलाफ एसपी को मिली थी शिकायत: एसपी के अनुसार, जमादार मुनीलाल पासवान के विरुद्ध पूर्व में भी शिकायतें मिली थी. एसपी का मानना है कि जमादार का कार्य विभागीय उद्देश्य के प्रतिकूल काम करने वाला अधिकारी प्रतीत होता है. अवैध शराब में बालू धंधे में लिप्त माफिया से मिलीभगत व अवैध धंधे में उनका सहयोग करना सही नहीं है. उनका कार्य मद्य निषेध विभाग की प्राथमिकता को विफल बनाने के लिए प्रयासरत होना पाया गया है.

एसपी की सख्त चेतावनी : एसपी गौरव मंगला ने साफ कहा कि पुलिस मुख्यालय द्वारा लगातार लंबित कांडों के निष्पादन और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया जाता है. अपराध नियंत्रण पर लगाम लगाने के लिए ऐसे माफिया की गिरफ्तारी आवश्यक है. भविष्य में ऐसे कुकृत्य में शामिल पाए जाने वाले पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की चेतावनी एसपी द्वारा दी गई है. इधर फरार चल रहे अभियुक्त राकेश सिंह की गिरफ्तारी के लिए भी विशेष टीम का गठन किया गया है.

पूर्व में भी हुई है कार्रवाई : बता दें कि बालू माफिया से साठ-गांठ में इसके पहले नगर थाना के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर विजय कुमार सिंह सहित 3 अफसर निलंबित किए गए हैं. इसके पहले रोह के थानाध्यक्ष रवि भूषण सहित 5 पुलिसकर्मी भी निलंबित किए गए थे. थाने में जब्त 2 ट्रकों को छोड़ने में रोह थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की गाज गिरी थी. नगर थानाध्यक्ष सहित 3 अफसर जब्त बालू लदा ट्रैक्टर को छोड़ने में नपे थे. बहरहाल एसपी की कार्रवाई से महकमे में हड़कंप मचा है. बता दें कि गिरफ्तार जमादार मुन्नी लाल पासवान जिला पुलिस एसोसियेशन के सचिव भी हैं.

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