नवादा: बिहार के गोविंदपुर और झारखंड सीमा पर बसे दो गांव बाड़ाताड़ और कटैया के ग्रामीणों के बीच रास्ता और पाइन को लेकर विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि झारखंड के सतगावां थाना और नवादा के गोविंदपुर थाना के पुलिस पदाधिकारी और उच्च अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए. घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने ग्रामिणों को किसी तरह शांत कराया.
गोविंदपुर थाना में किया गया पंचायत
रजौली अनुमंडल पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद के आदेशानुसार एक कमेटी का गठन किया गया. इसमें कटैया ग्राम से सुरेश सिंह एवं बाड़ाताड़ ग्राम से मुखिया अफरोजा खातून को रखा गया है. यह लोग रविवार को स्थानीय थाना गोविंदपुर कैंपस में स्थानीय सरपंच अरुण कुमार शर्मा की अध्यक्षता में एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी कुंज बिहारी सिंह, अंचलाधिकारी शैलेंद्र कुमार थाना अध्यक्ष और डॉ. नरेंद्र प्रसाद की उपस्थिति में पंचायत किया गया.
4 फीट सरकारी भूमि में रहेगा टेडूआ
पंचायत में यह निर्णय लिया गया कि पूर्व में मापा गया उत्तर साइड वाला मार्ग बाड़ाताड़ के ग्रामीणों के लिए है. वहीं, कटैया ग्राम से उत्तर, दक्षिण और पश्चिम की तरफ सरकारी भूमि में 4 फीट टेडूआ रहेगा, जिसका उपयोग बाड़ाताड़ के ग्रामीणों के द्वारा किया जाएगा.
बचे हुए 4 फीट जमीन छोड़कर कटैया के ग्रामीणों के द्वारा सड़क बना लिया जाएगा. भूमि कम पड़ने पर कटैया के ग्रामीण अपनी सीमा का रैयती भूमि का उपयोग करेंगे. बाड़ाताड़ ग्राम से दक्षिण भगवती स्थान से खावा तक बने हुए पाइन के पूरब तरफ से 6 फीट जमीन छोड़ कर बाड़ाताड़ के ग्रामीणों के द्वारा गैरमजरूआ जमीन एवं रैयती जमीन पर सड़क का निर्माण करेंगे. यदि जमीन कम पड़ गया तो कटैआ के ग्रामीणों के द्वारा रैयती जमीन देकर मार्ग बनाएंगे.
पूर्व की तरह भाईचारा बनाकर रहें दोनों गांव के लोग
सुरेश सिंह एवं बाड़ाताड़ के ग्रामीणों के भूमि को स्वेच्छा से लिया जाएगा, जिसके जिम्मेदारी पूर्व मुखिया को दिया गया है. साथ ही पाइन एवं टेडूआ से पटवन का कार्य बाड़ाताड़ के ग्रामीण करेंगे. साथ ही साथ या भी निर्देश दिया गया है कि कार्य बाड़ाताड़ के ग्रामीणों के द्वारा किया जाएगा. इस दौरान यह भी निर्देश दिया गया है कि दोनों गांव के लोगों को पूर्व की तरह भाईचारा बनाकर रहना है. दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के ऊपर सामाजिक और आर्थिक दंड पंचायत के लोगों के द्वारा दिया जाएगा.
पंचायत में मौजूद रहे दोनों गांव के ग्रामीण
गौरतलब है कि इसी विवाद को लेकर पूर्व में दोनों ग्राम के ग्रामीण आपस में भिड़ गए थे, जिसमें दोनों तरफ के कई लोग घायल हो गए थे. मामला बढ़ता देख घटनास्थल पर कई उच्च पुलिस पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारियों को बुलाकर मामला को शांत कराया गया था. उसी के तहत रविवार को इस बैठक में दोनों ग्राम के कई ग्रामीण मौजूद रहे और किए गए फैसले पर अपना सहमति दिया.