नवादा: जिले के रजौली प्रखण्ड के हरदिया गांव में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भाकपा माले की ओर से श्रद्धांजलि सभा का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कामरेड रामसरण सिंह ने की. इस दौरान भाकपा माले के रजौली प्रखण्ड के प्रभारी कामरेड मेवालाल राजवंशी ने कहा कि भाकपा माले के संस्थापक महासचिव कामरेड चारूमजूदार की शहादत के 48 वर्ष पूरे हो रहे हैं.1970 के दशक के शुरूआती सालों में हमारे आंदोलन और पार्टी के पुनर्गठन की भी 46वीं वर्षगांठ है.
शहीदों और दिवंगत नेताओं को दी श्रद्धांजलि
भाकपा माले ने इस अवसर पर कामरेड चारूमजूदार अपने पार्टी और कम्युनिस्ट आंदोलन के सभी शहीदों और दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजली अर्पित की. प्रभारी ने कहा कि हम उनके अधूरे मिशन, वास्तविक आजादी और सच्चे लोकतांत्रिक भारत के निर्माण के सपने को पूरा करने की प्रतिज्ञा करते हैं. पार्टी को अपने आखिरी संदेश में कामरेड चारूमजूदार ने अपनी पार्टी को जीवित रखने और जनता के हित को पार्टी का हित मानते हुए जनता की सेवा करने का आह्वान किया था. उन्होंने कहा कि जनता कोरोना महामारी और मोदी सरकार की ओर से लागू लॉकडाउन की दोहरी मार से जूझ रही है.
जनता की करेंगे सेवा
कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम शपथ लेते है कि इन चुनौतियों का साहस पूर्वक सामना करेंगे. इसके साथ ही पूरी ताकत और क्षमता के साथ जनता की सेवा करेगें. उन्होंने कहा कि देश के बहुत सारे बुद्धिजीवी और एक्टिविस्ट इस समय फर्जी मुकदमों और दमनकारी कानूनों के तहत जेल में डाल दिये गए हैं. हम इन सभी राजनीतिक बंदियों की तत्काल, बिना शर्त रिहाई की मांग करते हैं. कार्यक्रम में कामरेड एहसान अलम, कामरेड रामेश्वर राजवंशी, कामरेड मकसूद अंसारी और हरदिया पंचायत समिति उर्मिला देवी मौजूद रही.