नवादा : प्रदेश में महामारी की तरह फैल रहे कोरोना माई का आगमन नवादा में भी हो चुका है. जिस कोरोना को अब तक लोग महामारी समझ रहे थे, उसे अब कोरोना माई यानी भगवान का संज्ञा दे दिया है और लोग बड़े ही विधि विधान के साथ उसकी पूजा पाठ भी कर रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को जिले के कादिरगंज स्थिति सकरी नदी के किनारे कोरोना माई की पूजा को लेकर महिलाओं का जनसैलाब उमर पड़ा.
चूड़ा-दही का लगाया गया भोग
महिलाएं स्नान कर प्रसाद, फूल, अगरबत्ती लेकर भारी संख्या में पहुंची. कई तो ढोल नगाड़े के साथ नदी किनारे पहुंची और कोरोना माई के गीत गाकर पूजा अर्चना की. प्रसाद स्वरूप, महिलाओं ने चुरा दही, अरबा चावल का भोग और अगरबत्ती जलाकर पूजा अर्चना कर सभी सामग्रियों को जमीन के अंदर गाड़ दिया.
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाते रहे धज्जियां
कोरोना संक्रमण का दौर चल रहा है. पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. किसी भी धार्मिक गतिविधियों पर पाबंदी लगी हुई है. फिर भी 500-600 लोगों की भीड़ इक्कठा हुई, लेकिन वहां से महज 500 किलोमीटर की दूरी पर कादिरगंज ओपी थाना होने के बावजूद पुलिस प्रशासन की नजरें नहीं पड़ी और सारे दिन सोशल डिस्टेंसिंग का धज्जियां उड़ता रहा.
कोरोना बीमारी दूर करने की कामना
कोरोना माई की पूजा-अर्चना करने पहुंची महिलाओं का कहना है कि हमलोग कोरोना माई की पूजा-अर्चना करने आये हैं, ताकि बीमारी दूर हो जाए. फिर से रोजी-रोजगार मिल जाए. हम कोरोना माई से कहते हैं कि बहुत कष्ट दिया आपने अब अपने स्थान पर चले जाइये.