नवादा: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिला है. वहीं, नवादा जिले में महागठबंधन ने जबरदस्त जीत हासिल की है. महागठबंधन के उम्मीदवार ने न सिर्फ जीत दर्ज की है बल्कि इस बार जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है. राजद के प्रत्याशी मो. कामरान ने गोविंदपुर विधानसभा में 40 साल से एक ही परिवार के चल रहे राजनीतिक साम्राज्य को ध्वस्त कर दिया है. उन्होंने जेडीयू के नेत्री पूर्णिमा यादव को करीब 33 हजार 94 वोटों से मात दी है.
40 साल से एक परिवार का था कब्जा
बताया जा रहा है कि गोविंदपुर विधानसभा सीट यादव बाहुल्य क्षेत्र है और यही कारण रहा है कि इस क्षेत्र में करीब 40 सालों तक एक ही परिवार का राज रहा. पहली बार यहां से जेडीयू प्रत्याशी के ससुर युगल किशोर सिंह यादव लोकतांत्रिक कांग्रेस पार्टी टिकट कर जीतकर इस क्षेत्र से विधानसभा पहुंचे थे. मंत्री भी बने लेकिन दुर्भाग्यवश मंत्री बनने के चार दिन बाद ही पटना से नवादा लौटने के क्रम में फतुआ के पास सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई. जिसके बाद मध्यावधि चुनाव हुए जिसमें उनकी पत्नी गायत्री देवी ने जीत दर्ज की. इसके बाद 1972 और 1977 के विधानसभा चुनाव को छोड़ दें तो 1980 से 1995 तक और 2000 से 2020 तक इसी परिवार के सदस्यों ने जीत हासिल की थी.
प्रचंड मतों से हुई जीत
वहीं, एक ही परिवार की जीत के बाद यह क्षेत्र पिछड़ता ही चला गया और जातीय वर्चस्व भी वैसे ही फलता-फूलता रहा. नतीजा इस क्षेत्र में सालों से बिना किसी भेदभाव के समाज की सेवा कर रहे मो. कामरान के लिए जाति-पाति से उठकर जनता ने प्रचंड मतों से विजय बनाकर विधानसभा भेज दिया है. वहीं, अब देखने वाली बात होगी कि मो. कामरान जनता के इस विश्वास पर कितने खरे उतरते हैं.