नवादाः लोकतंत्र में चुनाव को महापर्व माना गया है. इस महापर्व की लोगों की नजरों में कितनी महत्ता है, इसकी तस्वीर नवादा (Nawada) में देखने को मिली. बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) को लेकर मतदान केंद्र बदले जाने के बाद दो घंटे नाव की सवारी कर लोग मतदान करने अपने बूथ पर पहुंचे. मामला बिहार में नवादा के रसौली हरदिया डैम के समीप परतोनिया गांव का है. यहां मतदाता नाव से वोट देने के लिए अपने बूथ रजौली स्थित सतगिर पहुंचे.
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बता दें कि चोरडीहा, पिछली जमुण्दाहा, सुवर्लेटी गांव के लोगों के मतदान बूथ कई साल पहले ही सतगिर शिफ्ट कर दिया गया है. जिसके कारण आज भी लोग बड़ी कठिनाई से बूथ तक पहुंच रहे हैं. हालांकि, प्रशासन इनके बूथों तक पहुंचाने के लिए नाव की व्यवस्था का दावा जरूर करती है, मगर जमीन पर ऐसी कोई हकीकत दिखाई नहीं पड़ती है.
लोग अपने पैसे से नाव की यात्रा कर वोट देने के लिए पहुंचते हैं. परतोनिया गांव के ग्रामीणों ने बताया कि भारी बारिश के बाद रोड में पानी जमा होने के कारण फिलहाल रास्ता बंद है. इसलिए लोग नाव का रास्ता तय कर हरदिया डैम पहुंचे. फिर वहां से अपने-अपने बूथों के लिए रवाना हो गए. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में इन गांवों के बूथ इनके गांव में ही बनाए जाते हैं.
पंचायत चुनाव में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण कई लोगों को यह परेशानी उठानी पड़ रही है. इस तरह की तस्वीर रजौली के कई इलाकों की है. हरदिया पंचायत का ही सुवर्लेटी गांव का बूथ इस बार मरमो में शिफ्ट कर दिया गया है. जिसके कारण लोग घंटों का रास्ता तय कर अपने मतों का इस्तेमाल करने के लिए पहुंचते हैं. बहरहाल लोकतंत्र के इस महापर्व का हिस्सा होने का उत्साह सामने मौजूद समस्या पर काफी भारी है.
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