नवादा: बिहार में पूर्ण शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar)के बावजूद भी शराब तस्कर बाज नहीं आ रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ पुलिस भी लगातार छापेमारी कर रही है. ताजा मामला नवादा के रजौली थाना क्षेत्र के फरका बुजुर्ग पंचायत के अंतर्गत मोहकामा गांव के जंगल का है. जहां नवादा एसपी एस डी सावलाराम के निर्देश पर रजौली थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी के नेतृत्व में छापेमारी अभियान चलाया गया.
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छापेमारी के दौरान अवैध रूप से चलाए जा रही चार शराब भट्टियों को नष्ट किया गया. वहीं, मौके से 60 लीटर देसी महुआ शराब और 2000 लीटर जावा महुआ को नष्ट किया गया. साथ ही दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, थाना प्रभारी दरबारी चौधरी ने बताया कि उत्पाद अधिनियम के तहत दोनों गिरफ्तार अभियुक्त के ऊपर उत्पाद अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है.
वहीं, नवादा जिले के अकबरपुर थाना परिसर में गुरुवार को गड्ढे खोदकर जब्त शराब को नष्ट किया गया. यहां पर करीब 615 लीटर देसी शराब का विनिष्टीकरण किया गया. शराब विनष्टीकरण के दौरान एलआरडीसी मो. जफर हसन अचल अधिकारी रोहित कुमार, थानाध्यक्ष अजय कुमार, एस आई सहरोज अख्तर मौजूद थे. एलआरडीसी ने कहा कि शराब और इसके कारोबार को लेकर प्रशासन सख्त है. शराब को लेकर क्षेत्र में लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शराब के धंधे को किसी भी सूरत में पनपने नहीं दिया जाएगा.
बता दें कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है. इसके बावजूद जहरीली शराब (Poisonous Liquor) से लोगों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बिहार सरकार ने 5 अप्रैल 2016 को ही पूर्ण शराबबंदी कानून लागू कर दिया था. सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने राजस्व के भारी नुकसान को दरकिनार करते हुए अपराध और घरेलू हिंसा को कम करने के मकसद से ये कदम उठाया था. लेकिन प्रदेश में देसी और विदेशी शराब धड़ल्ले से बिक रही है. कुछ शराब जहरीली भी होती हैं और लोग इसका सेवन कर लेते हैं.
नोट: बिहार में मद्य निषेध अर्थात् शराब से जुड़ी कोई भी शिकायत टोल फ्री नंबर 15545 पर की जा सकती है.