नवादा: जिले के रजौली प्रखंड क्षेत्र में लॉकडाउन में आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत वैसे प्रवासी मजदूर, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उन्हें प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल दिया जा रहा है. इसके लिए प्रत्येक पंचायत में एक एक जनवितरण प्रणाली के दुकानदार को वितरण का कार्यभार दिया गया है. प्रवासी मजदूरों को मई और जून महीने में इसका लाभ मिलना है. एसडीओ चंद्रशेखर आजाद ने टकुआटांड़ पंचायत में प्रवासी मजदूरों को अपनी मौजूदगी में चावल दिलाया.
प्रवासी मजदूरों को दिया जा रहा प्रति मजदूर 5 किलो चावल
एसडीओ ने बताया कि आत्म निर्भर योजना के तहत दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को प्रति मजदूर 5 किलो चावल दिया जा रहा है. शर्त ये है कि उनके नाम पहले से राशन कार्ड न हो. क्वॉरेंटाइन सेंटर से निकलने पर उन्हें डीलर के माध्यम से चावल दिया जाएगा. इसके लिए विभाग ने चावल का आवंटित किया है. जिसे चयनित जनवितरण प्रणाली के दुकानदार उठा रहे हैं. मजदूरों को चावल के साथ चना देने की भी योजना है. हालांकि चने का आवंटन अभी नहीं मिला है. एसडीओ के निर्देश पर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने पंचायत वार दुकानदारों का चयन किया है.
2300 प्रवासी मजदूरों का निबंधन
प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी शशिकांत कुमार ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को दो महीने यानी मई और जून में राशन मुफ्त में दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि वैसे मजदूर जिनका पहले से राशन कार्ड नहीं होगा या राशन कार्ड में नाम नहीं होगा.उन्हें ही इसका फायदा मिलेगा. रजौली प्रखंड में लगभग 2300 प्रवासी मजदूरों का निबंधन कराया गया है.