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सी-विजिल ऐप के क्रियान्वयन को लेकर की गई बैठक, वोटर आसानी से कर सकते हैं शिकायत

आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग की ओर से सी-विजिल ऐप जारी किया गया है. जिसमें आचार संहिता के दौरान राजनितिक दल के नेताओं की तरफ से किसी भी तरह के गैर कानूनी कार्य की शिकायत इस ऐप के जरिए किया जा सकता है.

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बैठक
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Published : Sep 23, 2020, 3:35 PM IST

नवादा: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को सफल बनाने के उद्देश्य से चुनाव आयोग की ओर से आम नागरिकों के लिए सी-विजिल ऐप जारी किया गया है. जिसके क्रियान्वयन के लिए उड़न दस्ता दल और स्थैतिक निगरानी दल का प्रशिक्षण कार्यक्रम समाहरणालय सभागार में में आयोजित किया गया. यह प्रशिक्षण आईटी मैनेजर एनआईसी दयानन्द ठाकुर की ओर से किया गया. प्रशिक्षण के दौरान प्रजेंटेशन के माध्यम से सी-विजिल ऐप की पूर्ण जानकारी दी गई.

अचार संहिता उल्लंघन की जानकारी
बता दें कि चुनाव के दौरान होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के उद्देश्य से सी-विजिल ऐप को तैयार किया गया है. इस ऐप के जरिए चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी वोटर दे सकते हैं. यह ऐप सभी एन्ड्रॉयड यूजर्स के लिए मौजूद है. आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी देने के लिए फोटो या दो मिनट तक का वीडियो ऐप पर अपलोड कर सकते हैं. फोटो या विडियो अपलोड होते ही उस जगह के लोकेशन का भी पता चल जाएगा.

हर विधानसभा में इन टीमों में होंगे इतने लोग
प्रशिक्षण में उडन दस्ता दल और स्थैतिक निगरानी दल के सदस्यों को उनके दायित्वों के बारे में समझाया गया. हर विधानसभा क्षेत्र में 3-4 फ्लाइंग स्कॉड होंगे. इसके साथ ही हर उड़न दस्ता दल में एक एक्जिक्युटिव मजिस्ट्रेट, 3-4 पुलिस अधिकारी और एक मान्यता प्राप्त वीडियो ग्राफर होंगे. यह टीम आचार संहिता लागू होने से निर्वाचन समाप्ति तक कार्यरत रहेगी.

अवैध गतिविधियों की होगी त्वरित कार्रवाई
चुनाव संबंधी किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियां पैसा वितरण, निगेटिव स्पीच, अल्कोहल वितरण की शिकायत प्राप्त होने पर उड़न दस्ता दल की ओर से अविलम्ब मौके पर पहुंचकर संदिग्ध वस्तुओं को जब्त कर लिया जाएगा. साथ ही शिकायतकर्ता के कथनानुसार कार्रवाई की जाएगी. सारी गतिविधियों की वीडियो रिकॉर्डिंग होना अनिवार्य होगा. ज्यादा दूरी की वजह से अगर उड़न दस्ता दल को लोकेशन पर पहुंचने में देर होती है तो वह तुरंत नजदीकी पुलिस और स्थैतिक निगरानी दल से संपर्क कर उन्हें मौके पर पहुंचने को कहेंगे.

चुनाव समाप्ति तक होगा इस्तेमाल
नोडल अधिकारी विनय कुमार ने कहा कि दर्ज किए गए शिकायत और एफआईआर की कॉपी उड़न दस्ता दल, जिला निर्वाचन अधिकारी, पुलिस अधिक्षक और एसिस्टेंट एक्सपेंडिचर ऑवजर्वर को भेजना सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू होते ही इस ऐप का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा. चुनाव तारीखों का एलान होने के बाद से वोटिंग खत्म होने तक कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत सी-विजिल ऐप के जरिए चुनाव आयोग को भेज सकता है. प्रशिक्षण के दौरान राज्यकर सहायक आयुक्त, मनीष कुमार गुप्ता एवं डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार मौजूद रहे

नवादा: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को सफल बनाने के उद्देश्य से चुनाव आयोग की ओर से आम नागरिकों के लिए सी-विजिल ऐप जारी किया गया है. जिसके क्रियान्वयन के लिए उड़न दस्ता दल और स्थैतिक निगरानी दल का प्रशिक्षण कार्यक्रम समाहरणालय सभागार में में आयोजित किया गया. यह प्रशिक्षण आईटी मैनेजर एनआईसी दयानन्द ठाकुर की ओर से किया गया. प्रशिक्षण के दौरान प्रजेंटेशन के माध्यम से सी-विजिल ऐप की पूर्ण जानकारी दी गई.

अचार संहिता उल्लंघन की जानकारी
बता दें कि चुनाव के दौरान होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के उद्देश्य से सी-विजिल ऐप को तैयार किया गया है. इस ऐप के जरिए चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी वोटर दे सकते हैं. यह ऐप सभी एन्ड्रॉयड यूजर्स के लिए मौजूद है. आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी देने के लिए फोटो या दो मिनट तक का वीडियो ऐप पर अपलोड कर सकते हैं. फोटो या विडियो अपलोड होते ही उस जगह के लोकेशन का भी पता चल जाएगा.

हर विधानसभा में इन टीमों में होंगे इतने लोग
प्रशिक्षण में उडन दस्ता दल और स्थैतिक निगरानी दल के सदस्यों को उनके दायित्वों के बारे में समझाया गया. हर विधानसभा क्षेत्र में 3-4 फ्लाइंग स्कॉड होंगे. इसके साथ ही हर उड़न दस्ता दल में एक एक्जिक्युटिव मजिस्ट्रेट, 3-4 पुलिस अधिकारी और एक मान्यता प्राप्त वीडियो ग्राफर होंगे. यह टीम आचार संहिता लागू होने से निर्वाचन समाप्ति तक कार्यरत रहेगी.

अवैध गतिविधियों की होगी त्वरित कार्रवाई
चुनाव संबंधी किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियां पैसा वितरण, निगेटिव स्पीच, अल्कोहल वितरण की शिकायत प्राप्त होने पर उड़न दस्ता दल की ओर से अविलम्ब मौके पर पहुंचकर संदिग्ध वस्तुओं को जब्त कर लिया जाएगा. साथ ही शिकायतकर्ता के कथनानुसार कार्रवाई की जाएगी. सारी गतिविधियों की वीडियो रिकॉर्डिंग होना अनिवार्य होगा. ज्यादा दूरी की वजह से अगर उड़न दस्ता दल को लोकेशन पर पहुंचने में देर होती है तो वह तुरंत नजदीकी पुलिस और स्थैतिक निगरानी दल से संपर्क कर उन्हें मौके पर पहुंचने को कहेंगे.

चुनाव समाप्ति तक होगा इस्तेमाल
नोडल अधिकारी विनय कुमार ने कहा कि दर्ज किए गए शिकायत और एफआईआर की कॉपी उड़न दस्ता दल, जिला निर्वाचन अधिकारी, पुलिस अधिक्षक और एसिस्टेंट एक्सपेंडिचर ऑवजर्वर को भेजना सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू होते ही इस ऐप का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा. चुनाव तारीखों का एलान होने के बाद से वोटिंग खत्म होने तक कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत सी-विजिल ऐप के जरिए चुनाव आयोग को भेज सकता है. प्रशिक्षण के दौरान राज्यकर सहायक आयुक्त, मनीष कुमार गुप्ता एवं डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार मौजूद रहे

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